भारतीय किसान यूनियन लोकशक्ति ने किसान आंदोलन में लौटने का ऐलान कर दिया है। यूनियन ने गाजीपुर सीमा पर लौटने का फैसला किया है। गौरतलब है कि कल किसान नेता राकेश टिकैत की भावुक अपील के बाद ये फैसला लिया गया है। इससे पहले यूनियन ने अपना धरना खत्म कर दिया था। भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति के पदाधिकारियों ने कृषि मंत्री तोमर को पत्र देकर अपने आप को किसान आंदोलन से अलग करने की घोषणा की थी।

किसानों से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपील की है कि किसान आंदोलन से एक इंच भी पीछे न हटें। राहुल गांधी ने कहा, ”सरकार को किसानों से बात करनी चाहिए और उन्हें कोई समाधान देना चाहिए। जैसा मैंने पहले भी कहा है कि इसका एक मात्र समाधान इन कृषि क़ानूनों को वापस लेना है। मैं किसानों से कहना चाहता हूं हम सब आपके साथ हैं। एक इंच पीछे मत हटिए, ये आपका भविष्य है। ये जो 5-10 लोग आपका भविष्य चोरी करने की कोशिश कर रहे हैं, इन्हें मत चोरी करने दीजिए, हम आपकी पूरी मदद करेंगे।”

इससे पहले कृषि मंत्री तोमर ने कहा था कि सरकार द्वारा किसानों को दिया गया प्रस्ताव जिसमें कृषि कानूनों को एक से डेढ़ साल टालने की बात कही गई थी, ,सबसे अच्छा प्रस्ताव है। मंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि किसान सरकार के इस प्रस्ताव पर गौर करेंगे और जल्द से जल्द अपना फैसला सरकार को बताएंगे।

मालूम हो कि किसानों और सरकार के बीच बातचीत अब तक बेनतीजा रही है। सरकार और किसान 11 दौर की बातचीत कर चुके हैं लेकिन समाधाना की राह अब तक नहीं दिखी है। 10वें दौर की वार्ता के बाद केंद्र ने किसानों को प्रस्ताव दिया था कि सरकार कानूनों को एक से डेढ़ साल तक लागू नहीं करेगी।

बता दें कि किसान आंदोलन के प्रमुख केंद्र ‘सिंघू बार्डर’ पर बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था किए जाने, सभी तरफ बैरीकेड लगाए जाने, सभी प्रवेश मार्गों को बंद करने एवं हजारों सुरक्षाकर्मियों के मार्च करने के साथ शुक्रवार को यह जगह एक तरह से किले में तब्दील कर दी गई।

स्थानीय लोगों और प्रदर्शनकारियों के बीच आज हुई झड़प के बाद सुरक्षाकर्मी अत्यंत चौकसी बरत रहे हैं। दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर हुई हिंसा में 394 पुलिसकर्मियों के घायल होने एवं एक प्रदर्शनकारी की मौत होने के बाद इस प्रदर्शन स्थल पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और पाबंदियां लगा दी गई हैं। वहां कंक्रीट के कई बैरीकेड एवं अन्य अवरोधक लगाए गए हैं तथा किसी को भी, यहां तक कि मीडियाकर्मियों को भी प्रदर्शनस्थल पर नहीं जाने दिया जा रहा है।

बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए युवा चेतना मंच के राष्‍ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह शुक्रवार को धरने पर बैठ गये। सिंह मंच के कार्यकर्ताओं के साथ जिला मुख्यालय के चौक स्थित शहीद पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना पर बैठ गए हैं।

उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि नई दिल्ली में किसानों पर सरकार अत्याचार कर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में लाल किले पर जो हुआ, वह निंदनीय है। उन्होंने आरोप लगाया कि गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर हुई घटना के पीछे भाजपा और संघ का हाथ है।

सिंह ने कहा कि पूरा देश किसान नेता राकेश टिकैत के साथ खड़ा है और अगर टिकैत को कुछ हुआ तो इसका ख़ामियाज़ा भाजपा सरकार को भुगतना पड़ेगा।