Anju Nasrullah Story: अंजू के पाकिस्तान जाने का मामला इस वक्त मीडिया की सुर्खियां बना हुआ है। अंजू अपने दोस्त नसरुल्लाह से मिलने के लिए पाकिस्तान पहुंची हैं। इस संबंध में अंजू के मामा ने बताया कि अंजू की शादी राजस्थान के भिवाड़ी में हुई थी, जबकि अंजू की मम्मी की शादी मध्य प्रदेश में हुई थी। अंजू के पिता टेलर का काम करते थे।

अंजू के मामा आगे बताते हैं कि अंजू की मां की फैमिली ने क्रिश्चियन धर्म में ज्ञान लिया और आज भी क्रिश्चियन ही हैं। उन्होंने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया था। इसलिए हम लोगों की उनसे बातचीत कम ही होती थी। अंजू चार बहनें हैं और उनका एक भाई है। अंजू के दो बच्चे हैं, जिसमें एक बेटा और एक बेटी है। वो बताते हैं कि उनकी अंजू से मुलाकात मार्च-अप्रैल माह में माधौगढ़ में एक शादी के दौरान हुई थी।

अंजू के पति अरविंद बताते हैं कि शादी के बाद उसने वादा किया था कि हम हर सुख-दुख में साथ रहेंगे। अरविंद राजस्थान के भिवाड़ी में रहते हैं, लेकिन उनकी पत्नी अंजू पाकिस्तान पहुंच गई हैं।

पाकिस्तान में खैबर पख्तूनख्वा के जिला दीरवाला के निवासी 29 साल के नसरुल्लाह से कुछ साल पहले ही अंजू का सोशल मीडिया के जरिए संपर्क हुआ था, जो समय के साथ प्यार में बदल गया। इस संबंध ने इतना गहरा रूप ले लिया कि अंजू अपने रिश्ते को औपचारिक रूप से बदलने के लिए नसरुल्लाह के घर पाकिस्तान पहुंच गईं। इस वक्त अंजू दीरवाला में नसरुल्लाह के घर पर रह रही हैं। दीर बाला के डीपीओ (डिस्ट्रिक्ट पुलिस ऑफ़िसर) मोहम्मद मुश्ताक़ ने बीबीसी से बात करते हुए अंजू की वहां मौजूदगी की पुष्टि की है।

बता दें, यह कहानी हाल ही में पाकिस्तान की एक महिला सीमा हैदर और नोएडा के रहने वाले सचिन मीणा की ‘लव स्टोरी’ से मिलती-जुलती है। हालांकि अंजू वीजा लेकर कानूनी तरीके से पाकिस्तान आई हैं। वीजा के लिए दोनों को दो साल का इंतजार करना पड़ा।

पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर पिछले सप्ताह अपने चार बच्चों के साथ अवैध तरीके से भारत पहुंची थीं। उनकी सचिन मीणा से पबजी मोबाइल गेम खेलने के दौरान जान पहचान हुई थी, जो कुछ समय बाद प्रेम में बदल गई। सीमा हैदर ने बताया था कि अब वो सचिन मीणा से प्यार करती हैं और सचिन के लिए अपना देश छोड़ कर इंडिया आई हैं।

पाकिस्तान और भारत के नागरिकों के बीच इस तरह की प्रेम कहानियां नई नहीं हैं, लेकिन दोनों देशों में संबंध तनावपूर्ण होने के कारण अब दोनों देश एक-दूसरे के नागरिकों को कम से कम वीजा देते हैं।