भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ट्वीट केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। टिकैत ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार यूरिया, डीएपी और दूसरे खादों पर सब्सिडी खत्म करना चाहती है। राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर यह भी आरोप लगाया है कि सरकार किसानों की जीविका पर गहरा आघात कर रही है।

राकेश टिकैत ने एक अखबार की फोटो को शेयर करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है और लिखा कि, “हमने बजट के समय कहा था कि सरकार यूरिया, DAP और दूसरे कृत्रिम खाद से सब्सिडी खत्म करना चाहती है। सरकार किसानों, मजदूरों की जीविका पर गहरा आघात कर रही है।”

राकेश टिकैत ने जिस अखबार की रिपोर्ट को शेयर किया है, उस रिपोर्ट में लिखा है किकेंद्र सरकार ने 2022-23 के लिए 1.05 लाख करोड़ रुपए उर्वरक सब्सिडी के लिए आवंटित किए हैं। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह राशि पर्याप्त नहीं होगी और 6,7 महीने में खत्म हो जाएगी। ऐसे में यदि बाजार की मौजूदा परिस्थितियां बनी रहती है तो नए सिरे से आवंटन की आवश्यकता है। बजट में खाद्य ,उर्वरक और पेट्रोलियम पर सब्सिडी में 26.6% की कटौती की गई है।

रिपोर्ट में यह भी लिखा है कि वित्त वर्ष 2022 के 4.33 लाख करोड़ से घटाकर 3.18 लाख करोड़ रुपए रह गई है। रवि सीजन की तरह खरीफ सीजन में भी देश के में औरतों की किल्लत नहीं होगी सरकार ने समय वृद्ध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए यूरिया व डीएपी का उम्मीद से ज्यादा शुरुआती भंडार रखने का लक्ष्य रखा है।

बता दें कि राकेश टिकैत ने कृषि बिलों के खिलाफ किसान आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और राकेश टिकैत उत्तर प्रदेश चुनाव में बिना नाम लिए बीजेपी पर लगातार निशाना भी साध रहे हैं। हाल ही में राकेश टिकैत संयुक्त किसान मोर्चा की उस प्रेस कॉन्फ्रेंस का भी हिस्सा थे जिसने यूपी में लोगों से अपील की है कि लोग बीजेपी को सजा दें, क्योंकि बीजेपी अपने वादों पर खरी नहीं उतरी है। हालांकि राकेश टिकैत सीधे तौर पर कभी विरोध की बात नहीं करते हैं। बल्कि वह कहते हैं कि वह किसी पार्टी के खिलाफ नहीं बल्कि किसानों के साथ हैं।