कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ ट्वीट करने के बाद पुलिस केस में फंसे बीजेपी की आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय को राहत मिली है। कर्नाटक हाईकोर्ट ने मालवीय के खिलाफ दर्ज FIR की जांच पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है। हाईकोर्ट का कहना है कि पुलिस कानून का मजाक न बनाए। जस्टिस एम नागप्रसन्ना ने मालवीय की तरफ से पेश वकील तेजस्वी सूर्या की दलीलों को मानकर ये फैसला दिया।

राहुल गांधी के खिलाफ ट्वीट करने के बाद कर्नाटक पुलिस ने अमित मालवीय के खिलाफ आईपीसी के सेक्शन 153 ए, 120बी, 34 के साथ 505(2) के तहत केस दर्ज किया था। जस्टिस ने कोर्ट रूम में कहा कि बीजेपी नेता ने ट्वीट केवल राहुल गांधी के खिलाफ किया था। इससे दो धर्मिक समूहों के बीच शत्रुता कैसे बढ़ती। पुलिस ने जिन धाराओं में केस दर्ज किया है वो समझ से परे हैं। आगे जांच हुई तो कानून को मजाक बनेगा।

तेजस्वी सूर्या की दलीलों को जस्टिस नागप्रसन्ना ने माना सही

अदालत का कहना था कि पुलिस को कम से अपने सामने मौजूद ट्वीट को तो देखना था। वो केवल एक पार्टी के नेता के खिलाफ था। दो समुदाय इसमें कहां से आ गए। तेजस्वी सूर्या ने अपनी दलील में कहा कि राजनीतिक हिसाब किताब निकालने के लिए पुलिस ने ये एक्शन लिया है। वो मालवीय को जेल भेजना चाहती है।

जस्टिस नागप्रसन्ना ने सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का हवाला देते हुए कहा कि सबसे बड़ी अदालत भी इस बात को मानती है। इसी वजह से वो भी मानते हैं कि इस मामले में जांच को आगे बढ़ने से रोकना हमारा दायित्व है। जस्टिस को सेक्शन 153 ए पर खास एतराज था।

153 ए में तीन साल तक की सजा का प्रावधान,

भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 153A ‘धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा, आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने और सद्भाव बिगाड़ने’ के मामले में लगाई जाती है। इसमें 3 साल तक के कारावास के साथ जुर्माने का भी प्रावधान है।

कांग्रेस नेता रमेश बाबू की शिकायत पर बेंगलुरु के थाने में केस दर्ज कराया था। पार्टी का कहना था कि मालवीय के ट्वीट से अफवाह फैलने का अंदेशा था। पुलिस ने कुछ भी गलत नहीं किया। कांग्रेस का कहना है कि हम फैसले के खिलाफ आगे अपील करेंगे।

अमित मालवीय ने ट्वीट में लिखा था- राहुल खतरनाक, वो प्रपंच कर रहे

कर्नाटक पुलिस ने भाजपा के 17 जून को एक प्राथमिकी दर्ज की थी। एफआईआर के अनुसार मालवीय ने वीडियो ट्वीट करते हुए साथ में लिखा क‍ि राहुल गांधी खतरनाक हैं और वह प्रपंच कर रहे हैं। सैम पी जैसे लोग अधिक खतरनाक हैं जो ‘रागा’ का राग अलाप रहे हैं। वो भारत के कट्टर विरोधी हैं। वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शर्मिंदा करने के लिए विदेशों में भारत को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं।