पंजाब में शिरोमणि अकाली दल की तरफ से आज राज्य की अमरिंदर सिंह सरकार के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन का नेतृत्व स्वयं पार्टी के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने किया। पुलिस ने सुखबीर सिंह बादल को हिरासत में ले लिया है। बताते चलें कि अकालियों की तरफ से बसपा के साथ हुए गठबंधन के बाद किया गया यह सबसे बड़ा प्रदर्शन था।
अकाली दल की तरफ से राज्य सरकार पर कोविड टीका में घोटाले का आरोप लगाया गया है। पार्टी की तरफ से स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू को हटाने की मांग की जा रही है। प्रदर्शन में अकाली दल के साथ-साथ बसपा के कार्यकर्ता भी शामिल थे। मोहाली में सिस्वां में स्थित कैप्टन अमरिंदर सिंह के फार्म हाउस के बाहर सैकड़ों की संख्या में अकाली दल और बसपा के कार्यकर्ता पहुंचे थे। हालांकि कोविड वैक्सीन घोटाले की जांच की मांग को लेकर हो रहे प्रदर्शन में कोरोना गाइडलाइन्स का भी जमकर उल्लंधन देखने को मिला।
बताते चलें कि शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को गठबंधन का ऐलान किया था। दोनों पार्टियां 25 साल के बाद एक साथ आईं है। गठबंधन समझौते के तहत उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के नेतृत्व वाली बसपा पंजाब की 117 सीटों में से 20 पर अपने उम्मीदवार खड़े करेगी, बाकी सीटों पर शिअद चुनाव लड़ेगी।
गौरतलब है कि बसपा के साथ गठबंधन के बाद से अकाली दल के हौसले बुलंद हैं। पंजाब में 31 फीसदी दलित वोटों पर बसपा की मजबूत पकड़ मानी जाती है। इन वोटों का ज्यादातर असर दोआबा क्षेत्र की 23 सीटों पर है।
बता दें कि अकाली दल और भाजपा पिछले साल ही कृषि कानून पर विवाद होने के बाद अलग हो गए थे। पंजाब में मौजूदा समय में भी भाजपा के फैसले के खिलाफ किसानों का गुस्सा बरकरार है। ऐसे में एक अकाली दल को एक मजबूत गठबंधन सहयोगी की जरूरत थी।