महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दोनों गुटों के संभावित विलय को लेकर हो रही है। पार्टी के दोनों हिस्सों में एक की कमान शरद पवार संभाल रहे हैं तो दूसरे का नेतृत्व उनके भतीजे अजीत पवार कर रहे हैं। हाल ही में पार्टी के 26वें स्थापना दिवस के मौके पर दोनों गुटों ने पुणे में अलग-अलग कार्यक्रम किए।
पिछले साल 2023 में अजीत पवार ने अपने चाचा शरद पवार से अलग होकर एनडीए का दामन थाम लिया था और फिलहाल महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के पद पर हैं। अपने स्थापना दिवस पर अजीत पवार ने पुराने फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि उस समय की राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए यह कदम जरूरी था। हमें लोगों के हित में काम करना है।
‘सिर्फ विपक्ष में बैठना, नारे लगाना ही काफी नहीं’
उन्होंने मंगलवार को कहा, “सिर्फ विपक्ष में बैठना, नारे लगाना और विरोध मार्च निकालना ही काफी नहीं है। हम संत नहीं हैं। हम यहां दिशा देने, लोगों के मुद्दों को उठाने और समावेश की राजनीति करने के लिए हैं।”
इंडिया टूडे की खबर के मुताबिक बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर उठ रहे सवालों पर अजीत पवार ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि जब 2019 में शिवसेना के साथ गठबंधन हुआ था, तब भी समझौते किए गए थे। उन्होंने चंद्रबाबू नायडू और ममता बनर्जी जैसे नेताओं का उदाहरण देते हुए बताया कि उन्होंने भी कभी एनडीए का साथ दिया था। अजीत पवार ने स्पष्ट किया कि उनका मकसद गरीबों और वंचितों का उत्थान है।
हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर उन्होंने आत्ममंथन की बात कही और कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे आने वाले निकाय चुनावों की तैयारी में जुट जाएं। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि स्थानीय समीकरणों के हिसाब से नए नेताओं को पार्टी में जगह दी जाएगी, लेकिन जिम्मेदारी सिर्फ उन्हीं को मिलेगी जो खुद को साबित करेंगे।
उधर, शरद पवार गुट की ओर से सुप्रिया सुले ने भी स्थापना दिवस पर अलग कार्यक्रम किया। विलय की संभावनाओं पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने टालते हुए कहा कि अजीत पवार से उनके पारिवारिक रिश्ते अच्छे हैं और ऐसे फैसले कैमरे पर नहीं, बल्कि आपसी बातचीत से लिए जाएंगे। सुप्रिया ने यह भी साफ किया कि उनके गुट ने किसी विशेष विधानसभा सत्र की मांग नहीं की है।
दोनों गुटों की गतिविधियों और बयानों ने अब एक बार फिर से एनसीपी में संभावित सुलह और गठबंधन को लेकर चर्चाओं को गर्म कर दिया है।