महाराष्ट्र में बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को अजित पवार (Ajit Pawar) ने साफ तौर पर नाकार दिया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि NCP में हूं, NCP में रहूंगा। पार्टी के हर फैसले का साथ खड़ा हूं। अजित पवार ने कहा कि मेरे बारे में फैली अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है। मैं एनसीपी के साथ हूं और पार्टी के साथ रहूंगा। बता दें कि महाराष्ट्र में यह कयास लगाए जा रहे थे कि अजित पवार कुछ एनसीपी विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।

अजित पवार के बारे में क्यों लग रहे कयास?

अजित पवार एनसीपी में शरद पवार के बाद नंबर टू माने जाते हैं। महा विकास अघाड़ी सरकार में वह डिप्टी सीएम बनाए गए थे। उनके बीजेपी में जाने की अटकलें यूं ही नहीं लगाए जाने लगीं। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अजित पवार बीती 8 अप्रैल को एनसीपी नेताओं के संपर्क से बाहर हो गए थे।

इतना ही नहीं, सोमवार को उन्होंने पुणे का एक तय कार्यक्रम रद्द कर दिया था। इसके बाद उनकी महाराष्ट्र बीजेपी के दो टॉप नेताओं के साथ दिल्ली आने की खबरें सामने आईं, जिसके बाद से यह अटकलें लगाई जाने लगीं कि क्या वे आने वाले दिनों में बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इससे पहले नवंबर 2019 में भी वे बीजेपी से हाथ मिला चुके हैं लेकिन तब शरद पवार ने मामला संभाल लिया था और उनकी ‘घर वापसी’ हो गई थी।

विपक्ष के नेता है अजित पवार

63 साल के अजित पवार इस समय महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं। वह चार बार राज्य के डिप्टी सीएम भी रह चुके हैं। अजित पवार ने पहली बार साल 1991 में महाराष्ट्र की बारामती विधानसभा सीट से चुनाव जीता, वह तब से लगातार अपने परिवार के इस गढ़ में लगातार सात बार चुनाव जीत चुके हैं।

शरद पवार बोले- पार्टी के काम में बिजी हैं अजित

मंगलवार को जब एनसीपी चीफ शरद पवार से अजित पवार को सवाल किया गया तो उन्होंने सभी कयासों को नाकारते हुए कहा कि एनसीपी विधायकों की कोई भी मीटिंग नहीं बुलाई गई है। उन्होंने यह भी कहा कि अजित पवार पार्टी के काम में बहुत ज्यादा व्यस्त हैं और इसलिए मीडिया को इस विषय को बढ़ाना नहीं चाहिए। कुछ ही दिनों पहले संजय राउत की तरफ से कहा गया था कि उद्धव ठाकरे से कहा था कि उनकी पार्टी कभी भी बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएगी चाहे कोई ऐसा करने का व्यक्तिगत निर्णय लेता है।