महाराष्ट्र में एनसीपी दो धड़ों में बंटी हुई है। एक पर शरद पवार का कब्जा है, तो दूसरी ओर एक बड़ा धड़ अजित पवार के साथ है। अजित पवार एनसीपी के कुछ विधायकों के साथ एनडीए में शामिल हो गए थे। फिलहाल वो एकनाथ शिंदे की सरकार में देंवेंद्र फडणवीस के साथ डिप्टी सीएम हैं। एनसीपी के एक बड़े हिस्से का नेतृत्व अजित पवार के पास ही है। अब उनका पूरा ध्यान एनसीपी की परंपरागत लोकसभा सीट बारामती पर है। उन्होंने इसके लिए प्रचार करना भी शुरू कर दिया है। अजित पवार ने वोटरों से मांग की है कि वे शरद पवार की बातों में भावुक न हों, क्योंकि शरद पवार एक बार फिर इमोशनल कार्ड खेल सकते हैं।
अजित पवार ने बारामती में एक रैली के दौरान कहा कि शरद पवार जनता से भावुक होकर यह अपील कर सकते हैं कि यह मेरा आखिरी चुनाव है। अजित पवार ने कहा कि पता नहीं आखिर उनका आखिरी इलेक्शन कब होगा। बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनावों में भी शरद पवार ने संकेत दिए थे, कि वह उनका आखिरी चुनाव था। अब इसी को अजित पवार ने मुद्दा बना लिया है कि किसी को नहीं पता, उनका आखिरी चुनाव कब होगा.
अजित पवार ने बारामती की जनता और कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि वे शरद पवार की नहीं, बल्कि उनकी ही बात सुनें। उन्होंने कहा कि बारामती के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अजित पवार ने कहा कि आपने अब तक वरिष्ठ लोगों की ही बात सुनी है, लेकिन अब आपको मेरी ही बात भी सुननी चाहिए।
मोदी-शाह का मिल रहा सपोर्ट
अजित पवार ने कहा कि अगर बारमती में उनकी विचारधारा का नेता जीतकर सांसद बनता है, तो वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह पर जिले के विकास के प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दिलाने में ज्यादा दबाव बना पाएंगे। उन्होंने कहा कि विकास को लेकर पीएम मोदी और गृहमंत्री का उन्हें पूरा सपोर्ट मिल रहा है।
दूसरी ओर अजित पवार के बयान को लेकर एनसीपी के बारामती पार्टी चीफ इम्तियाज शेख ने भी बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने कहा है कि अजित दादा का आज का बयान बता रहा है कि उनका गुट इस सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ने वाला है। इसीलिए उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता से समर्थन मांगा है।
BJP बना रही अजित पवार पर दबाव!
अजित पवार वैसे तो पहले भी सियासी तौर पर सुप्रिया सुले के लिए मुसीबतें खड़ी करते रहे हैं, लेकिन इस बार उनके तेवर अलग हैं। इसके पीछे सीधे तौर पर बीजेपी का दबाव माना जा रहा है। बीजेपी गठबंधन में अपनी साथी एनसीपी से बारामती की सीट पर ज्यादा जोर लगाने को लेकर दबाव बना रही है, जिससे शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले को इस सीट पर शिकस्त दी जा सके.
बता दें कि सुप्रिया सुले बारामती सीट से तीन बार लोकसभा की सांसद रह चुकी हैं। एक अहम पहलू यह भी है कि पिछले कुछ दिनों से इस सीट के लिए प्रत्याशी के तौर पर अजित पवार की ही पत्नी सुनेत्रा पवार का नाम भी चल रहा है, हालांकि इसको लेकर अजित पवार ने अभी तक कोई भी सटीक जवाब नहीं दिया है।