ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि BJP हमें नेशनलिज्म ना सिखाए। हमारे लाखों बुज़ुर्गो ने काले पानी की सज़ा काटी लेकिन कभी अंग्रेजों से माफी नहीं मांगी और ना ही माफी का एक खत लिखा।

ओवैसी ने कहा कि हमारे बुज़ुर्गो ने ना ही पेंशन ली और ना ही अंग्रेजों का दिया हुआ घर लिया। उन्होंने कहा कि यही हमारा भारत, हमारा घर है, इसकी आजादी के लिए अंतिम सांस तक लड़ेंगे और यहीं कुर्बान हो जाएंगे। एआईएमआईएम अध्यक्ष ने कहा, “अगर गांधी जी से मोहब्बत है तो जुबान पर गोडसे और गांधी का नाम एक साथ नहीं आना चाहिए।”

दूसरी मस्जिद खोने नहीं देंगे: वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद पर बात करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक भड़काऊ पोस्ट किया है। उन्होंने कहा कि नौजवानों, हमारी बाबरी मस्जिद छीनी गई। हमने एक बाबरी मस्जिद खो दी, अब दूसरी मस्जिद को खोने नहीं देंगे। वीडियो में ओवैसी ने कहा, “नौजवानों याद रखो, बाबरी को याद रखो, बाबरी को हमसे छीन लिया गया। उसी तरह से कोशिश की जा रही है कि ज्ञानवापी को भी छीन लिया जाए।”

उन्होंने कहा कि कोशिश हो रही है कि बाबरी मस्जिद की तरह ही मथुरा की ईदगाह और लखनऊ की टीली वाली मस्जिद को छीन लिया जाए, मुंबई की हाजी अली की दरगाह को छीन लिया जाए, लेकिन ऐसा होने नहीं देंगे। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जो हमपर इल्जाम लगा रहे हैं कि तुम क्यों नहीं बोलते। लेकिन अगर कांग्रेस पार्टी से कहा जाए कि तुम क्यों नहीं बोलते तो वो कहेंगे कि अगर हम बोलेंगे तो हिंदू भाई-बहनों का वोट हमें नहीं मिलेगा।

सेक्युलरिज़्म के नाम पर वोट मांगा जाएगा: ओवैसी ने कहा, “जब चुनाव आएगा तो सेक्युलरिज़्म के नाम पर हमसे वोट मांगा जाएगा, हमें डराया जाएगा। लेकिन हम बीजेपी-आरएसएस से भी कह रहे हैं कि हम एक मस्जिद खो चुके हैं, दूसरी हरगिज नहीं खोने देंगे।” एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि हमने धोखे के कारण बाबरी मस्जिद खोई। सुप्रीम कोर्ट से वादे के बावजूद मस्जिद शहीद हुई। अब हम दूसरी मस्जिद नहीं खोने देंगे। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद थी और रहेगी।