अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री रहे यशवंत सिन्हा अब तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। साथ ही उन्होंने कई संवैधानिक संस्थाओं पर भी सवाल खड़े किए। इसके अलावा यशवंत सिन्हा ने ममता बनर्जी की जमकर तारीफ़ भी की। इस दौरान यशवंत सिन्हा ने कंधार विमान हादसे से जुड़ा एक किस्सा भी सुनाया।

पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद चुनाव आयोग पर भी आरोप लगाया। यशवंत सिन्हा ने कहा कि उन्हें बहुत अफ़सोस के साथ कहना पड़ रहा है कि चुनाव आयोग अब स्वतंत्र संस्था नहीं रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि तोड़-मरोड़ कर 8 चरणों में मतदान कराने का फैसला मोदी-शाह के नियंत्रण में लिया गया है और भाजपा को फायदा पहुंचाने के​ ​ख्याल से लिया गया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र की ताकत प्रजातंत्र की संस्थाएं होती हैं। आज लगभग हर संस्था कमजोर हो गई है, उसमें देश की न्यायपालिका भी शामिल है। हमारे देश के लिए ये सबसे बड़ा खतरा पैदा हो गया है।

इस दौरान यशवंत सिन्हा ने तृणमूल कांग्रेस की जीत को लेकर दावे भी किए। यशवंत सिन्हा ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि तृणमूल कांग्रेस बहुत बड़े बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएगी। बंगाल से पूरे देश में एक संदेश जाना चाहिए कि जो कुछ मोदी और शाह दिल्ली से चला रहे हैं, अब देश उसको बर्दाश्त नहीं करेगा। साथ ही यशवंत सिन्हा ने नंदीग्राम में ममता बनर्जी के ऊपर हुए हमले के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि बंगाल में तृणमूल कांग्रेस बीजेपी के साथ बहुत ही भयानक संघर्ष में है। बीजेपी का आज देश में एक ही मकसद है, हर चुनाव को येन-केन-प्रकारेण जीतना। इसलिए ममता जी को अपंग करने के लिए नंदीग्राम में आक्रमण किया।

इसके अलावा यशवंत सिन्हा ने कंधार विमान हादसे से जुड़ा एक किस्सा भी सुनाया। यशवंत सिन्हा ने कहा कि ममता बनर्जी और हमने मिलकर अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में काम किया था। ममता जी शुरू से ही एक फाइटर रही हैं। आगे उन्होंने कहा कि जब इंडियन एयरलाइंस के हवाई जहाज का अपहरण कर लिया गया था और आतंकी उसे कंधार ले गए थे। तब कैबिनेट की मीटिंग चल रही थी और उसी दौरान ममता बनर्जी ने कहा था कि मैं खुद बंधक बनकर आतंकियों के सामने जाऊंगी। बस यही शर्त होगी कि आतंकी विमान के सभी यात्रियों को छोड़ दें। वह देश के लिए किसी भी तरह की कुर्बानी देने के लिए तैयार थीं। 

लम्बे समय तक भाजपा नेता रहे यशवंत सिन्हा ने कुछ समय पहले दलगत राजनीति से दूरी बना ली थी। यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री भी बनाए गए थे। लेकिन इस बार चुनाव जीतने के बावजूद भी जयंत सिन्हा को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया।