कांग्रेस में चल रहा घमासान खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। एक तरफ कांग्रेस अध्यक्ष के लिए गांधी परिवार को मनमाफिक कैंडिडेट नहीं मिल पा रहा। अशोक गहलोत की ना के बाद 10 जनपथ फिर से अपने पसंदीदा नेता की तलाश कर रहा है जो अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज हो तो उनके हिसाब से चले।
हालांकि दिग्विजय सिंह कांग्रेस अध्यक्ष की रेस में कूद पड़े हैं लेकिन माना जा रहा है कि गांधी परिवार उन पर भरोसा नहीं कर पा रहा। दिग्विजय को पता है कि गांधी परिवार के बगैर वो चल नहीं पाएंगे। इंडिया टुडे से एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि नेहरू-गांधी परिवार के बगैर कांग्रेस नहीं चल सकती। उन्होंने खुद को 10 जनपथ का वफादार साबित करने की कोशिश की।
दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष के लिए अभी तक नामांकन नहीं कराया है। शुक्रवार को इसका आखिरी दिन है। कयास हैं कि वो कल अपना नामांकन दाखिल कराएंगे। उनका कहना था कि कांग्रेस में कई बार विघटन देखने को मिला। लेकिन उसके बाद भी 99 फीसदी कांग्रेसी गांधी परिवार के साथ ही रहे।
उनका कहना था कि अभी तक अशोक गहलोत को आधिकारिक तौर पर गांधी परिवार का उम्मीदवार माना जा रहा था। अलबत्ता उन्होंने अपने कदम वापस खींच लिए। अगर वो मैदान में होते तो हम सभी को ये फैसला मंजूर था। लेकिन राजस्थान के दुखद घटनाक्रम के बाद वो कांग्रेस अध्यक्ष की रेस में नहीं हैं। उनका कहना है कि ये सियासी ड्रामा आराम से रोका जा सकता था।
कांग्रेस ने जारी की एडवाइजरी
राजस्थान के सियासी संकट में जिस तरह से एक दूसरे के ऊुपर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला चल निकला है, उसमें कांग्रेस हाईकमान ने एक एडवाइजरी जारी की है। इसके मुताबिक नेताओं को ऐसे कमेंट्स से बचने की सलाह दी गई है जिससे किसी दूसरे को ठेस लगे। राजस्थान में गहलोत कैंप और पायलट कैंप के नेताओं ने एक दूसरे के ऊपर जमकर तंज कसे हैं। उससे पार्टी की काफी किरकिरी हुई है। तभी ये एडवाइजरी जारी की गई है।
सोनिया गांधी से मिलने सचिन पायलट
गहलोत की गुरुवार दोपहर में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात हुई थी। उसमें उन्होंने राजस्थान के सियासी ड्रामे पर खेद जताते हुए कांग्रेस अध्यक्ष की रेस से खुद को अलग कर लिया। ऐसे में सभी की निगाहें इस बात पर थीं कि अब सचिन पायलट क्या कदम उठाते हैं। कयास थे कि वो बीजेपी की गोद में बैठकर बागी तेवर दिखा सकते हैं। लेकिन देर शाम पायलट को सोनिया गांधी के घर 10 जनपथ पर देखा गया। उनकी कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात भी हुई। हालांकि ये पता नहीं लग सका कि सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान उन्होंने क्या चर्चा की।