रिपब्लिक टीवी पर डिबेट के दौरान बीजेपी नेता को तीखे तेवर दिखाते हुए पैनलिस्ट ने कहा आप धमका रहे हैं, गुंडागर्दी कर रहे हैं। ऐंकर ने बीचबचाव करते हुए कहा कि अरे भाई साहब, मैं सर-सर कर रहा हूं और आप फिजूल की बात कर रहे हैं। दरअसल, ऐंकर ने पैनल्सिट को बीच में रोककर कहा था कि आप मुद्दे से हट रहे हैं।
ऐंकर ने कहा कि बंगाल के लोगों की मांग है कि उनके यहां भी औद्योगिक विकास होना चाहिए। उनका कहना था कि टीएमसी और बीजेपी के नेता एक दूसरे पर लांछन लगा रहे हैं, लेकिन इसमें असली सवाल छिप जाता है कि बंगाल का विकास कैसे हो। ऐंकर ने कहा कि उनकी कोशिश है कि सही मुद्दों पर बहस हो, जिससे बंगाल की जनता तक सीधा और सटीक लाभ पहुंच सके।
प्रेम शुक्ला ने कहा कि बीजेपी का लक्ष्य बंगाल को सोनार बांग्ला बनाना है। उनका कहना था कि बंगाल की एक संस्कृति थी। पीएम ने भी अपने भाषण में यही बात कही कि हुगली क्षेत्र कभी औद्योगिक विकास का पैमाना होता था। जूट की इंडस्ट्री के लिए यह इलाका जाना जाता था, लेकिन ममता के राज में पूरी तरह से चौपट हो गया। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि उनका दल बंगाल का गौरव फिर से लौटाना चाहता है और उनकी सरकार बनने पर यह दिखेगा।
एक सवाल के जवाब में बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि उके पास विनाश के विरूद्ध विकास की काट है। उनका कहना था कि कांग्रेस के तमाम नेता बेल पर हैं। ये लोग बैलगाड़ी के पीछे चलने वाले आदमी हैं। शुक्ला ने कहा कि कैसे ममता का परिवार सोने की तस्करी में शामिल है। कैसे सीएम अपने कमिश्नर को बचाने के लिए धरने पर बैठ गई थीं, ये सारे देश ने देखा।
रत्नाकर त्रिपाठी ने कहा कि यूपी में जिस तरह से लड़की के साथ क्रूरता हुई, वो जगजाहिर है। ये लोग कहते हैं कि बंगाल में अपराध की दर ज्यादा है, लेकिन यूपी के मामले में पीएम कुछ नहीं बोलते। उनका कहना था कि जिस राज्य में ये लोग जाते हैं, वहां अपराध का ग्राफ उठना शुरू हो जाता है। बीजेपी शासित राज्यों में महिलाओं के साथ सबसे ज्यादा शोषण व दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं।
पैनलिस्ट का कहना था कि पीएम कहते थे कि बहुत हुई महंगाई की मार अबकी बार मोदी सरकार, लेकिन तेल सौ रुपए के पास हो गया है। उनका कहना था कि पीएम को झूठ बोलने की बीमारी लग चुकी है। त्रिपाठी ने कहा कि पीएम विकास की बात करते हैं तो उन्हें हंसी आती है। उन्होंने विकास केवल गुजरात और अपने दोस्तों का किया है।