बीजेपी नेता और नई दिल्ली से सीट से पार्टी उम्मीदवार बांसुरी स्वराज का नाम प्रवर्तन निदेशालय (ED) के वकीलों की लिस्ट में दिखने पर आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने विरोध जताया। उन्होंने एक डाक्युमेंट जारी कर आरोप लगाया कि बांसुरी स्वराज का नाम ईडी के वकीलों की लिस्ट में है। उन्होंने डाक्युमेंट में लिखा, “संजय सिंह जी के मामले में ED की तरफ से वकीलों में बीजेपी की प्रत्याशी और इनकी प्रवक्ता बांसुरी स्वराज का नाम है। मैंने कल ही कहा था कि बीजेपी और ईडी एक ही बात है।”

प्रवर्तन निदेशालय के वकील ने बताई सच

हालांकि इस आरोप के बाद प्रवर्तन निदेशालय की ओर से सुप्रीम कोर्ट में बताया गया कि ऐसा गलती से हो गया। बांसुरी स्वराज ईडी की वकील नहीं हैं। उनका नाम अनजाने में शामिल हो गया। प्रवर्तन निदेशालय के वकीलों में एएसजी सूर्य प्रकाश वी राजू, एओआर मुकेश कुमार मरोरिया, जोहेब हुसैन, अन्न वेंकटेश, कन्नम अग्रवाल और अरकज कुमार शामिल हैं। जोहेब हुसैन ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि बांसुरी स्वराज का नाम गलती से लिस्ट में चला गया था। वह ईडी की वकील नहीं हैं।

उधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई ने आम आदमी पार्टी (आप) की वरिष्ठ नेता आतिशी को मानहानि नोटिस भेजा और अपने एक बेहद करीबी व्यक्ति के माध्यम से उन्हें भाजपा में शामिल होने के दावे पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा है। दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने एक दिन पहले दावा किया था कि उनके सहित ‘आप’ के चार वरिष्ठ नेताओं को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। आतिशी ने यह भी दावा किया था कि उन्हें या तो भाजपा में शामिल होने या फिर एक महीने के भीतर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किये जाने के लिए तैयार रहने को कहा गया था।

भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने बुधवार को यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आतिशी को मानहानि नोटिस भेज दिया गया है और उनसे अपने दावे के लिए सार्वजनिक रूप से माफी की मांग की गयी है। उन्होंने कहा, ”आतिशी सबूत देने में विफल रहीं कि उनसे किसने, कब और कैसे संपर्क किया था। दिल्ली में ‘आप’ संकट का सामना कर रही है, जिस कारण वह हताशा में इस तरह के झूठे और निराधार आरोप लगा रही है। लेकिन हम उन्हें बचकर नहीं जाने देंगे।”