कोरोना वायरस के संकट के बीच लागू लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों का अपने घरों की तरफ लौटना जारी है। टीवी चैनल्स पर भी इसे लेकर आए दिन बहस भी होती है। नेता एक दूसरे पर आरोप -प्रत्यारोप लगाते हैं। एक टीवी चैनल पर भी ऐसा ही हुआ जहां राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के नेता माधव आनंद और जनता दल यूनाइटेड के नेता अजय आलोक के बीच तीखी बहस हुई।अजय आलोक ने एक सवाल के जवाब में कहा, थोथा चना बाजे घना। इस पर आरएलएसपी महासचिव माधव आनंद ने कहा कि बिहार भगवान भरोसे है।

दरअसल, अजय आलोक ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि थोथा चना बाजे घना। अभी हमारे जितने विपक्षी मित्र हैं इनको कोई राजनीतिक जिम्मेदारी तो है नहीं, सब राजनैतिक तौर पर बेरोजगार हो गए हैं। और जब राजनीतिक जिम्मेदारी इनके पास थी तब इन लोगों ने क्या किया। ये पूरा देश जानता है। इसीलिए ये लोग राजनीतिक तौर पर बेरोजगार हो गए हैं। अभी ये क्वेरंटाइन सेंटर के हालात पर सवाल उठा रहे थे। मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि बिहार में कितने क्वेरंटाइन सेंटर चल रहे हैं अगर यह बता दें तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।


इस बात पर माधव आनंद ने कहा कि, अजय आलोक जी कह रहे हैं कि बिहार में क्वेरंटाइन की व्यवस्था हैं। अजय आलोक खुद डॉक्टर हैं और मैं इनको व्यक्तिगत तौ पर जानता हूं। इनको सच बोलना चाहिए बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था कैसी है। बिहार भगवान भरोसे चल रहा है।

बता दें कि स्वास्थ्य महकमे के प्रधान सचिव संजय कुमार के मुताबिक, 46 लोगों की शनिवार दोपहर तक सकारात्मक रिपोर्ट आई है। इनमें सबसे ज्यादा भागलपुर डिवीजन के बांका ज़िले के 18 हैं। 10 समस्तीपुर, 7 जमुई के झाझा, 5 पटना के बीएमपी-14 के जवान, 3 कटिहार और 2 औरंगाबाद के हैं। राज्य में कोरोना के  1079 मामले हो गए हैं।

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