आज तक पर डिबेट के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत कहने लगे कि केंद्र में बीजेपी की नहीं मोदी की सरकार है। पीएम मोदी ने सारे मंत्रियों को कैद कर रखा है। इसके जवाब में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने राकेश टिकैत से कहा कि भगवान की बनाई दुनिया में हम कौन हैं जो दावा करते फिरें कि हम इससे बात नहीं करेंगे या उससे बात नहीं करेंगे। पात्रा ने कहा कि टिकैत ने कृषि मंत्री को लेकर सवाल किया कि तोमर के पास कोई शक्ति नहीं है यह कैसा मंत्री है? पात्रा सुनाने लगे कि जब आपकी नजर में मंत्रियों की कोई हैसियत नहीं है। सीधे आप यूएन जाएंगे। पात्रा टिकैत को समझाने लगे कि अहंकार की उम्र चार दिन की नहीं होती है।
बता दें कि भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने इससे पहले घोषणा की कि वह अगस्त से उत्तर प्रदेश में जिला-स्तरीय बैठकें शुरू कर देश में किसानों की समस्याओं और अन्य मुद्दों को रेखांकित करेगा। बीकेयू ने कहा कि अभियान का केन्द्र योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाले राज्य में बिजली की ऊंची दरों और गन्ना किसानों के लंबित बकाया राशि का मुद्दा होगा। बीकेयू नए कृषि कानूनों के खिलाफ नवंबर 2020 के बाद से दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर गाजीपुर में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले चल रहे आंदोलन में शामिल है।
अहंकार की उम्र केवल चार दिनों की होती है। pic.twitter.com/6dHSSCCXXa
— Sambit Patra (@sambitswaraj) July 10, 2021
बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि अभियान की रणनीति पर चर्चा के लिये 11 जुलाई को उनकी किसान यूनियन की मंडल स्तरीय समितियों की बैठक होगी। टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”अभियान एक अगस्त से राज्य के 18 मंडलों में फैले प्रत्येक जिले में शुरू होगा।”
उन्होंने कहा कि एक अगस्त से मंडल स्तरीय समितियां अपने क्षेत्र के प्रत्येक जिले में तीन कृषि कानूनों की समस्याओं और राज्य देश से जुड़े अन्य मुद्दों को उजागर करने के लिए काम करेंगी।
उन्होंने कहा, ”इन जागरूकता अभियानों के दौरान उत्तर प्रदेश में बिजली की ऊंची कीमत और किसानों के गन्ने के बकाया पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।” बीकेयू ने दावा किया कि राज्य में किसानों का 8,500 करोड़ रुपये गन्ने का बकाया है। साथ ही उत्तर प्रदेश में एक किलो वाट बिजली के लिये 175 रुपये वसूले जाते हैं, जिसकी कीमत हरियाणा में 35 रुपये है जबकि दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार है।