आज तक पर डिबेट के दौरान किसान नेता चौधरी पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि बीजेपी प्रवक्ता जो बोल रहे हैं उनको उनकी भाषा में जवाब देंगे। बीजेपी प्रवक्ता दंभ की भाषा बोल रहे हैं। किसान नेता ने कहा कि किसानों ने बीजेपी को तीन सौ से ज्यादा सीटें सील बंद लिफाफे में दे दी हैं। अब किसान बीजेपी की कोई सुनवाई नहीं करेंगे। बीजेपी सिर्फ एक भाषा समझती है चुनाव, सीट बढ़ाओ, वोट बढ़ाओ, गद्दी पर कब्जा करो, हमने ये भाषा उलटी कर दी है। वोट घटाओ, तुम्हारी सीट घटाओ, आपसे गद्दी छीनो। हमने आपको वोट देकर 300 सीटें देकर वहां बैठाया था। आप हमारे खिलाफ काम कर रहे हैं। आप मकान मालिक नहीं हैं, मकान मालिक हम हैं। आप किराएदार हैं मकान का नुकसान करेंगे तो मकान खाली करा लिया जाएगा। आप मालिक नहीं नौकर हैं। काम नहीं करेंगे तो नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा।
बता दें कि केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध को 100 दिन पूरे होने पर कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि प्रदर्शनकारियों के साथ मोदी सरकार ने जैसा व्यवहार किया है वह भारत के लोकतंत्र में “काला अध्याय” है। पार्टी ने इसे सत्ताधारी भाजपा के “अहंकार” के 100 दिनों के रूप में मनाया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसानों के विरोध को लेकर केंद्र पर निशाना साधा और कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर कीलें लगाई गईं, वो भी उनके लिए जिनके बेटे देश की सीमाओं पर अपनी जान जोखिम में डालते हैं।
किसान ने ठान लिया है कि अब मोदी सरकार को जाना होगा। हमें कृषि कानून पर स्थाई समाधान चाहिए : @PushpendraKisan#FarmersProtest #Dangal @sardanarohit pic.twitter.com/PeiiC0KmHz
— AajTak (@aajtak) March 6, 2021
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘देश की सीमा पर जान बिछाते हैं जिनके बेटे, उनके लिए कीलें बिछाई हैं दिल्ली की सीमा पर। अन्नदाता माँगे अधिकार, सरकार करे अत्याचार! बीज बोकर जो धैर्य से फ़सल का इंतज़ार करते हैं, महीनों की प्रतीक्षा व ख़राब मौसम से वे नहीं डरते हैं! तीनों क़ानून तो वापस करने ही होंगे!’
किसानों के आंदोलन के 100 दिन पूरे होने के बाद भी प्रदर्शनकारी यूनियन नेताओं का कहना है कि उनका आंदोलन खत्म नहीं हुआ है और वे और भी ज्यादा “मजबूत हो रहे हैं”।
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी एक ट्वीट में केंद्र पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘100 दिन किसानों के संघर्ष के, हक की लड़ाई के, अन्नदाता के सम्मान के, गांधी जी, सरदार पटेल, नेहरू जी, शास्त्री जी, शहीद भगत सिंह के दिखाए हुए रास्ते के। 100 दिन भाजपा सरकार के अहंकार के, किसानों पर प्रहार के, झूठ और किसानों के तिरस्कार के।’