आज तक पर डिबेट के दौरान बीजेपी के प्रवक्ता गौरव भाटिया कहने लगे कि विपक्ष अगर हुड़दंग मचाएगा तो संसद कैसे चलेगी। बीजेपी नेता ने कहा कि कांग्रेस के समय तो संसद काम ही नहीं करती थी। इस पर एंकर ने कहा कि उस समय तो आप लोग हंगामा किया करते थे। प्रवक्ता ने कहा कि आप सत्तारूढ़ पार्टी को जिम्मेदारी मानती हैं तो बीजेपी जब विपक्ष में थी तो उसे कसूरवार क्यों बता रही हैं। इस पर एंकर ने जवाब दिया कि पलटकर सवाल तो पूछेंगे आप से। एंकर ने कहा कि आपकी हां में हां मिलाने नहीं बैठी हूं यहां पर।
डिबेट में गौरव भाटिया ने कहा कि भले ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की संसद में अटेंडेंस जीरो हो लेकिन वे संसद के बाहर जमकर बोलते हैं। बीजेपी नेता कहने लगे कि कांग्रेस और विपक्षियों ने संसद की आत्मा को चोट पहुंचाई है। यह कोई सांसद का रवैया नहीं हो सकता है। गौरव भाटिया ने कहा कि पीएम मोदी की तुलना हिटलर से करें तो ठीक लेकिन मैंने अफजल गुरु का नाम का क्या ले लिया ये आहत हो गए। जेएनयू में जब नारे लगे थे तो राहुल गांधी वहां पहुंच गए थे।
मालूम हो कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा 20 अगस्त को विपक्षी नेताओं की बुलाई गई डिजिटल बैठक में विपक्ष के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और झारखंड के मुख्यमंत्री शामिल हो सकते हैं।
सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी देश के सामने खड़े प्रमुख मुद्दों पर विपक्षी दलों को साथ लेकर सरकार को घेरने की कोशिश में हैं और इसी प्रयास के तहत यह बैठक बुलाई गई है।
विपक्षी दल राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने के लिए एकजुट होने के लिए प्रयासरत हैं ताकि अगले लोकसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से कड़ी चुनौती पेश की जा सके।
हाल ही में संपन्न हुए संसद के मानसून सत्र के दौरान पेगासस जासूसी मामले, किसान आंदोलन और महंगाई के मुद्दों पर सरकार के खिलाफ विपक्षी एकजुटता देखने को मिली। इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी विपक्षी एकजुटता की पूरी कवायद के केंद्रबिंदु नजर आए।