आज तक पर डिबेट के दौरान बीजेपी के संबित पात्रा ने कहा कि हमें चंदाजीवी और रक्तजीवी कहा गया। राम मंदिर के निर्माण के लिए चंदा मांग रहे हैं। जो हमें चंदाजीवी कह रहे हैं वे तो गोली मारने वाले हत्यारे हैं। आप तो कहते थे जरूरत पड़ने पर बहुत लोगों को मारते। AAP वाले हमको रक्तजीवी कह रहे हैं। ताहिर हुसैन किसकी पार्टी का था? इस पर एंकर ने कहा कि इस बिल में दिल्ली के दंगे कहां पर हैं? हम लोग टॉपिक पर रहें कम से कम। संबित पात्रा ने कहा कि किसान आंदोलन में शरजील इमाम और उमर खालिद का क्या लेना देना है? उनकी रिहाई की बात क्यों की गई?

बीजेपी के संबित पात्रा ने डिबेट में कहा कि ये कानून पहले अध्यादेश के माध्यम से लाया गया था। बाद में संसद से लोकतांत्रिक तरीके से इसको पारित कराया गया। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने कानूनों को लेकर समिति बनाई। उसके बाद ये कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट भी बिका हुआ है। पीएम मोदी ने कहा कि किसानों के लिए दरवाजें खुले हैं। आइए बातचीत कीजिए। सरकार कहती है कि कानून में जिस चीज से समस्या है उस पर बात कर लो। लेकिन कुछ कथित किसान नेता कहते हैं कि कानून वापसी से कम कुछ नहीं चाहिए।

एंकर ने कहा कि अगर दो पोस्टर आ गए तो दबाव में क्यों आ जाते हैं? संबित पात्रा ने कहा कि इन लोगों का पर्दाफाश करना जरूरी है। इस पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि यहां किसानों की बात हो रही है। इस पर संबित पात्रा ने कहा कि हां रॉबर्ट वाड्रा के बारे में बताइए। विश्व का सबसे बड़ा किसान है रॉबर्ट वाड्रा।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार एमएसपी को लेकर कानून क्यों नहीं बना रही है। इस पर पात्रा ने कहा कि आप लोग इतने सालों तक सत्ता में रहे तब क्यों नहीं कानून बनाया?

बता दें कि आज संसद में पीएम मोदी ने कहा, ”मैं किसान आंदोलन को पवित्र समझ रहा था। लेकिन जब आंदोलनजीवियों ने पवित्र आंदोलन पर कब्जा कर लिया फिर उसके बाद जिन लोगों ने गंभीर अपराध किए हैं उनकी तस्वीर आंदोलन में दिखने लगी। क्या इससे उद्देश्य पूरा हुआ? टोल प्लाजा को काम न करने देना, टेलीकॉम टावर तोड़ना आंदोलन का हिस्सा होता है क्या ?”