Haldwani Curfew, Uttrakhand Haldwani Danga: उत्तराखंड का हल्द्वानी इस वक्त हिंसा के दौर से गुजर रहा है। इस हिंसा में अब तक चार लोगों की मौत और सैकड़ों पुलिस कर्मी जख्मी हो चुके हैं। हालात को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने हल्द्वानी में कर्फ्यू लगा दिया है। साथ ही हिंसा फैलाने वाले लोगों को गोली मारने के आदेश दिए हैं। बता दें, हल्द्वानी में गुरुवार को उस वक्त हिंसा भड़की थी, जब पुलिस ने अतिक्रमण पर कार्रवाई की। इसके बाद भीड़ ने पुलिस पर पत्थरबाजी की, जिसके बाद इस मामले ने हिंसा का रूप ले लिया। व्हाइट पेपर पर आज लोकसभा में चर्चा होगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को इसको पेश किया था। सरकार ने व्हाइट पेपर में कहा कि जब 2014 में हमने सत्ता संभाली तो अर्थव्यवस्था नाजुक स्थिति में थी।
Uttarakhand Haldwani Violence Live:उपद्रवियों को गोली मारने के आदेश
भाजपा सांसद अशोक बाजपेयी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण और संभावित साजिश करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, यह साजिश लगती है क्योंकि अतिक्रमण उच्चतम न्यायालय के आदेश के आधार पर हटाया गया था। बड़े पैमाने पर पथराव, पेट्रोल बम और गोलियां चलाई गई। पुलिसकर्मियों को चोट लगी है, सख्त कार्रवाई की जरूरत है।’’
पहाड़ी राज्य में हुई हिंसा के बारे में पूछे जाने पर उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने कहा, ‘‘हल्द्वानी की घटना एक साजिश है। बम, देशी पिस्तौल और अन्य हथियारों का इस्तेमाल किया गया और सरकारी अधिकारियों और पुलिस पर हमला किया गया। दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश होना चाहिए... उनके साथ नरमी बरतने की कोई जरूरत नहीं है।’’
BJP सांसदों ने शुक्रवार को कहा कि उत्तराखंड के हल्द्वानी में हिंसा एक ‘साजिश’ प्रतीत होती है और इसके लिए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। पार्टी के एक सांसद ने तो दंगाइयों को ‘देखते ही गोली मारने’ का आदेश जारी करने की मांग की।
उत्तराखंड पुलिस बनभूलपुरा में हुई हिंसा के उपद्रवियों और पत्थरबाजों की पहचान मौके से मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कर रही है।
पुलिस के एक्शन के बाद फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
एहतियात के तौर पर हलद्वानी में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
आज सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि उपद्रवियों और दंगाइयों को तुरंत सलाखों के पीछे भेजा जाए।
हलद्वानी के बनभूलपुरा इलाके में भड़की हिंसा पर राज्य की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा, ''हमने बैठक की और यहां के हालात का जायजा लिया। सरकार जल्द ही क्षेत्र में शांति बहाल करेगी, देश का कानून लागू किया जाए और जल्द ही चीजें सामान्य हो जाएंगी। मैं सभी नागरिकों से अपील करता हूं कि वे किसी भी तरह की अफवाहें न फैलाएं और न ही उन पर ध्यान दें और शांति बनाए रखने में मदद करें।"
हलद्वानी में हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश में अलर्ट जारी। सभी जिलों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा गया है। उत्तराखंड की सीमा से लगे जिलों में बढ़ाई गई चौकसी: डीजीपी प्रशांत कुमार
हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में भड़की हिंसा पर डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि मुख्य सचिव, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के साथ मैंने क्षेत्र की स्थिति का जायजा लिया और घटनाओं के क्रम को समझने के लिए एक बैठक की। इसके बाद हम घायलों से मिलने के लिए अस्पताल गए। जिला प्रशासन से मिले फीडबैक के बाद हमारी दो प्राथमिकताएं हैं। पहली 24 घंटे के भीतर हल्द्वानी शहर में सामान्य स्थिति बहाल करना और दूसरा सभी उपद्रवियों की पहचान करना और उनके खिलाफ कार्रवाई करना।
नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने कहा कि हल्द्वानी में हाईकोर्ट के आदेश पर कार्रवाई की गई है। प्रशासनिक अधिकारी जब मौके पर पहुंचे तो उन पर पथराव किया गया। भीड़ ने पेट्रोल बम से भी हमला किया। उन्होंने कहा कि ऐसी लगता है कि घटना को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया।
मोदी सरकार यूपीए के 10 साल के कार्यकाल के दौरान आर्थिक कुप्रबंधन को लेकर श्वेत पत्र लेकर आई है। आज इस पर संसद में चर्चा होगी। इस पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई का कहना है, श्वेत पत्र कुछ और नहीं बल्कि पीएम मोदी के असफल वादों से जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश है। असली मुद्दे, महंगाई और बेरोजगारी है जो आने वाले लोकसभा चुनाव में जनता पर छाए रहेंगे।
उत्तराखंड के हल्द्वानी में हिंसा के बाद तनाव बरकरार है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पूरे हालात को लेकर हाईलेवल मीटिंग की। इसमें सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई। सीएम धामी ने मुख्य सचिव को हल्द्वानी भेजने का निर्देश दिया है। इसके हाथ ही पल-पल की अपडेट ली जा रही है। सीएम धामी ने दंगाईयों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए है।
लोकसभा में आज श्वेत पत्र पर चर्चा होनी है। मोदी सरकार यूपीए के 10 साल के कार्यकाल के दौरान आर्थिक कुप्रबंधन को लेकर कांग्रेस को घेरेगी। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और गृहमंत्री अमित शाह संसद पहुंच गए हैं। थोड़ी देर में लोकसभा में श्वेत पर चर्चा शुरू होगी। गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद के दोनों सदनों में श्वेत पत्र पेश किया।
हल्द्वानी की घटना को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। सीएम धामी ने बनभूलपुरा, हल्द्वानी में मौजूदा स्थिति की समीक्षा के लिए अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने इस दौरान हुई हिंसा में शामिल दंगाइयों और उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है। उन्होंने पुलिस
उत्तराखंड के हल्द्वानी में हिंसा की घटना के बाद पूरे राज्य में अलर्ट जारी किया गया। सभी संवेदनशील इलाकों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उत्तर प्रदेश में भी इसे लेकर अलर्ट जारी किया गया है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की सीमाओं पर पैनी नजर रखी जा रही है। दोनों की राज्यों में एलआईयू को भी अलर्ट कर दिया गया है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने बरेली जोन के अफसरों को अलर्ट रहने को कहा है। एहतियातन सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
हल्द्वानी हिंसा मामले में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि यह मामला चिंताजनक है लेकिन राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन स्थिति को संभाल लेगा। यूपी, उत्तराखंड और अन्य राज्यों में बड़ी संख्या में अवैध कब्जे किए गए हैं। इन्हें कानूनी तौर पर खाली भी कराया जाता है। अगर किसी ने उपद्रव किया है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
उत्तराखंड के हल्दानी में हुई हिंसा मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने पोस्ट कर कहा कि ' हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना के संबंध में शासकीय आवास पर अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। पुलिस को अराजक तत्वों से सख़्ती से निपटने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। आगजनी पथराव करने वाले एक-एक दंगाई की पहचान की जा रही है, सौहार्द और शांति बिगाड़ने वाले किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जायेगा। हल्द्वानी की सम्मानित जनता से अनुरोध है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस-प्रशासन का सहयोग करें।
Haldwani Violence LIVE: नैनीताल डीएम वन्दना सिंह ने कहा, " परिसंपत्तियों के नुकसान में मुख्य रूप से थाना को पूरी तरह से नुकसान हुआ है। भीड़ ने पुलिस स्टेशन को क्षतिग्रस्त कर दिया...यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। आरोपियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह सांप्रदायिक घटना नहीं थी। तो इसे सांप्रदायिक या संवेदनशील न बनाया जाए। किसी विशेष समुदाय ने जवाबी कार्रवाई नहीं की...यह राज्य मशीनरी, राज्य सरकार और कानून व्यवस्था की स्थिति को चुनौती देने का एक प्रयास था...शाम को फिर से ब्रीफिंग की जाएगी...''
Haldwani Violence LIVE: डीएम वन्दना सिंह ने कहा, "...भीड़ ने थाने को घेर लिया और थाने के अंदर मौजूद लोगों को बाहर नहीं आने दिया गया। उन पर पहले पथराव किया गया और फिर पेट्रोल बम से हमला किया गया। थाने के बाहर वाहनों में आग लगा दी गई और धुएं के कारण दम घुटने लगा...पुलिस थाने की सुरक्षा के लिए ही आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया...''
Haldwani Violence LIVE: वन्दना सिंह ने कहा, "ये योजना बनाई गई थी कि जिस दिन डिमोलिशन अभियान चलाया जाएगा उस दिन बलों पर हमला किया जाएगा... हमने पत्थरों वाली पहली भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया और दूसरी भीड़ जो आई उसके पास पेट्रोल से भरे बोतल थे उसमें उन्होंने आग लाग के फेंकी।..तब तक हमारी टीम ने कोई बल प्रयोग नहीं किया था...
Haldwani Violence LIVE: डीएम वन्दना सिंह ने कहा, " ये काफी लंबे समय से हल्द्वानी के अंतर्गत सरकारी परिसंपत्तियों को अलग-अलग क्षेत्रों में बचना का, अतिक्रमण मुक्त कराने का अभियान चल रहा है। उसी क्रम में खाली संपत्ति में दो संरचनाएं हैं, जो धार्मिक संरचना के रूप में पंजीकृत नहीं है और न ही कोई मान्यता प्राप्त है। कुछ लोग इस संरचना को मदरसा कहते हैं और कुछ लोग पूर्ण नमाज स्थल कहते हैं... इसको हमने खाली कराया..."
Haldwani Violence LIVE: हल्द्वानी हिंसा को लेकर नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने कहा कि आप वीडियो में देख सकते हैं कि पुलिस बल किसी को उकसा और मार नहीं रहा है या किसी को नुकसान नहीं पहुंचा रहा है।” उन्होंने कहा कि होई कोर्ट के आदेश के बाद हल्द्वानी में जगह-जगह अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई।.....सभी को नोटिस और सुनवाई के अवसर दिए गए...कुछ ने होई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, कुछ को समय दिया गया, जबकि कुछ को समय नहीं दिया गया। जहां समय नहीं दिया गया वहां पीडब्ल्यूडी और नगर निगम की ओर से डिमोलिशन अभियान चलाया गया। यह कोई पृथक गतिविधि नहीं थी और किसी विशेष परिसंपत्ति को टारगेट करके की गई गतिविधि नहीं थी..."
Uttarakhand Haldwani Violence Live: हिंसा में अब तक 4 पुलिस कर्मियों की मौत हो गई है। जबकि 100 से ज्यादा पुलिस कर्मी घायल हुए है।