पीएम किसान योजना के तहत केंद्र सरकार ने नए साल पर 10 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में योजना की 10वीं किस्‍त (10th Installment of PM Kisan Yojana) जारी की थी। लेकिन अभी एक रिपोर्ट में सामने आया है कि किस्‍त जारी करने की प्रक्रिया में कुछ गड़बड़ी मिली है। इससे अब उत्तर प्रदेश में 7 लाख से अधिक किसानों को प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Scheme) योजना की 10वीं किस्त के तहत प्राप्त धन को वापस करना होगा।

किस वजह से वापस करना होगा इन्‍हे पैसा
एक समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी के इन किसानों को पैसा वापस करने की संभावना है। ये वे किसान है जो अन्य स्रोतों से कमाई के लिए आयकर का भुगतान कर रहे हैं या पीएम किसान योजना के तहत नकद लाभ प्राप्त करने के पात्र नहीं हैं और इन्‍हें पीएम किसान योजना की 10वीं किस्‍त जारी कर दी गई है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि इस तरह के लोगों को विधानसभा चुनाव तक पैसे स्‍वत: वापस करने का विकल्‍प दिया जाएगा। जबकि इसके बाद नोटिस भेजा जाएगा।

क्‍या सिर्फ वापस देना होगा 10वीं किस्‍त
पीएम किसान योजना की अधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, अगर ये किसान पहले भी पीएम किसान योजना के तहत लाभ प्राप्‍त कर चुके हैं तो उनसे पूरे पैसे देना होगा। अगर ये लोग पैसे स्‍वत: से वापस नहीं करते हैं केंद्र सरकार की ओर से इनकी लिस्‍ट जारी करके नोटिस जारी किया जाएगा। संभावना है कि अगर किसान समय पर पैसा वापस नहीं लौटाते हैं तो केंद्र उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकेगा।

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20 हजार करोड़ भेजा गया था
बता दें कि पीएम किसान योजना के तहत 6000 रुपये प्रति वर्ष की राशि लाभार्थियों के बैंक खातों में सीधे 2000 रुपये की तीन 4-मासिक किस्‍तो में जारी की जाती है। केंद्र सरकार ने इस योजना की 10वीं किस्त के शुभारंभ से 10 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसान परिवारों को 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि ट्रांसफर की है। पीएम मोदी ने 14 करोड़ से लगभग 351 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) का भी शुभारंभ किया, जिससे देश के 1.24 लाख से अधिक किसानों को लाभ होगा।