कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और कमल नाथ को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी का महासचिव नियुक्त किया है। गुलाम नबी आजाद को अगले साल चुनाव में जाने वाले उत्तर प्रदेश का प्रभारी भी बनाया गया है। जबकि कमल नाथ पंजाब और हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी बनाए गए हैं। पंजाब में भी अगले साल चुनाव होने हैं।
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कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने हरियाणा में राज्य सभा चुनावों में सुभाष चंद्रा की जीत के बाद साजिश का आरोप लगाया है। उन्होंने दोबारा चुनाव की मांग की है। हरियाणा में शनिवार को हुए राज्य सभा चुनावों में कांग्रेस के 14 वोट रिजेक्ट हो गए थे। इसके चलते आनंद को हार का सामना करना पड़ा था।
कांग्रेस महासचिव जनार्द्धन द्विवेदी ने कहा कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद को उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया है, वहीं कमलनाथ पंजाब के साथ हरियाणा का भी प्रभार देखेंगे है। उत्तर प्रदेश और पंजाब में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं।
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अभी तक मधुसूदन मिस्त्री उत्तर प्रदेश के मामले देख रहे थे और शकील अहमद के पास पंजाब और हरियाणा का प्रभार था । मिस्त्री को कें्रदीय चुनाव समिति का नया महासचिव प्रभारी नियुक्त किया गया है जबकि शकील अहमद को प्रभार से मुक्त कर दिया गया है।
संगठन में फेरबदल ऐसे समय में किया गया है जब राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष के रूप में पदोन्नत करने की चर्चा जोर पकड़ने लगी है।
राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव के परिणाम सामने आने के एक दिन बाद सोनिया गांधी ने ये बदलाव किये जिसमें उत्तरप्रदेश के कुछ पार्टी विधायकों ने क्रासवोटिंग की और हरियाणा में 14 विधायकों ने गलत ढंग से चिन्ह लगाकर मतदान किया जिससे उनके मतपत्र अवैध हो गये । इसके कारण कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार आर के आनंद की पराजय हो गई । ऐसे आरोप हैं कि ऐसा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्दर सिंह हुड्डा की शह पर किया गया।
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67 वर्षीय आजाद को गांधी परिवार का वफादार माना जाता है और वे जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं जबकि 69 वर्षीय कमलनाथ वर्तमान लोकसभा में वरिष्ठतम सदस्य हैं और वे नौ बार मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा से विजयी हुए हैं।
आजाद इससे पहले भी दो बार एआईसीसी के महासचिव एवं उत्तरप्रदेश के प्रभारी रह चुके हैं। कमलनाथ करीब 15 वर्षो तक पार्टी के महासचिव रहे थे और उनके पास गुजरात और पश्चिम बंगाल जैसे महत्वपूर्ण राज्यों का प्रभाव रहा है। मध्यप्रदेश के नये पार्टी अध्यक्ष के रूप में उनके नाम की भी चर्चा है।
कांग्रेस ने चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर को उत्तरप्रदेश और हरियाणा इकाई की मदद के लिए अपने साथ जोड़ा है। उत्तर प्रदेश में 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को दो सीटें ही मिली थी और केवल सोनिया गांधी और राहुल गांधी ही चुनाव जीत पाये थे ।