आज की तनावभरी जिंदगी और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण शरीर बीमारियों का घर बनता जा रहा है। खराब लाइफस्टाइल की वजह से लोग बढ़ते वजन और डायबिटीज की समस्या से जूझ रहे हैं। हालांकि इन सभी बीमारियों से छुटकारा दिलाने में सूर्य नमस्कार बेहद ही कारगर है। अगर सूर्य नमस्कार को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लिया जाए तो यह जिंदगी में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। नियमित तौर पर सूर्य नमस्कार के अभ्यास से व्यक्ति का शारिरिक और मानसिक स्वास्थ्य मजबूत रहता है।
हिंद पॉकेट बुक्स से प्रकाशित योग गुरु धीरज की हालिया किताब “योग संजीवनी” में सूर्य नमस्कार के फायदे को लेकर विस्तार से चर्चा की गई है। साथ ही इसमें यह भी बताया गया है कि सूर्य नमस्कार के दौरान क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
सूर्य नमस्कार के फायदे:
पेट की चर्बी हो सकती है खत्म: नियमित सूर्य नमस्कार का अभ्यास करने से हमारा मेटाबॉलिज्म सक्रिय होता है, जिससे पेट की बढ़ी हुई चर्बी को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही पेट की मांसपेशियों भी मजबूत होती हैं।
पाचन तंत्र रहता है दुरुस्त: सूर्य नमस्कार करने के दौरान पेट के अंगों में खिंचाव आता है, जिससे पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। समान और अपान वायु को संतुलित कर यह पेट संबंधी रोगों का नाश करता है। जो लोग कब्ज, अपच या फिर पेट में जलन की समस्या से जूझ रहे हैं उन्हें रोजाना सुबह खाली पेट सूर्य नमस्कार का अभ्यास करना चाहिए।
वजन और डायबिटीज: सही तरीके से सूर्य नमस्कार करने से बेहद ही तेजी से वजन कम किया जा सकता है। यह कार्डियोवस्कुलर सिस्टम को तंदरुस्त रखता है, साथ ही हृदय को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए सूर्य नमस्कार बेहद ही फायदेमंद होता है।
अनियमित पीरियड्स: जिन महिलाओं को अनियमित पीरियड्स की शिकायत है, उन्हें भी नियमित तौर पर सूर्य नमस्कार करना चाहिए। इससे यह समस्या दूर हो सकती है। साथ ही प्रसव के दौरान भी कम दर्द होता है।
सूर्य नमस्कार के दौरान बरतें ये सावधानियां– योग गुरु धीरज ने अपनी किताब में जिक्र किया है कि गर्भवती महिलाओं को तीसरे महीने के बाद सूर्य नमस्कार करना पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए। जो लोग हार्निया की बीमारी से पीड़ित हैं, उन्हें सूर्य नमस्कार नहीं करना चाहिए। हाई बीपी की समस्या से जूझ रहे लोगों को बेहद ही धीरे-धीरे इसका अभ्यास करना चाहिए। पीठ दर्द या फिर रीढ़ की हड्डी की समस्या से परेशान लोगों को योग शिक्षक की मौजूदगी में ही सूर्य नमस्कार का अभ्यास करना चाहिए।