पेट शरीर का सबसे महत्वपूर्ण भाग है। अगर पेट में कोई गड़बड़ी हो जाए तो जिंदगी खराब हो जाती है। आयुर्वेद के अनुसार व्यक्ति को अधिकतर बीमारियां पेट की समस्या की वजह से होती हैं। यदि व्यक्ति का पेट ठीक रहे तो उसे जल्दी कोई बीमारी नहीं होती है। अक्सर पेट से जुड़ी समस्या कब्ज और गैस्ट्रो प्रॉब्लम को लोग आम या छोटा समझकर इग्नोर कर देते हैं, लेकिन यही समस्या आगे चलकर बड़ा रूप ले लेती हैं।
स्वीडन की एक यूनिवर्सिटी के स्टडी के मुताबिक ‘फंक्शनल गॅस्ट्रो-इंटेस्टाइनल डिसॉर्डर्स’ तेजी से बढ़ रहे हैं। स्टडी में शामिल 30 से अधिक देशों में 70 हजार से ज्यादा लोगों पर रिसर्च किया गया। जिसमें 37% पुरुष और लगभग 49% महिलायें पेट की गंभीर बीमारियों से पीड़ित है। शोध में पाया कि पाचन तंत्र गड़बड़ होने से कई बार आंते ठीक से काम नहीं कर रही थी, तो वहीं कुछ लोग कॉन्स्टिपेशन पेट में भारीपन, जलन, डायरिया और थकान जैसी मामूली दिक्कतें महसूस कर रहे थे।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार इनडाइजेशन की समस्या ज्यादा समय तक रहने से क्रोनिक अल्सरेटिव कोलाइटिस (IBS ) और यहां तक कि कोलन कैंसर में भी तब्दील हो सकती है। बाबा रामदेव के मुताबिक पेट की समस्या को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है, बस नियमित रूप से कुछ योगासनों के जरिए इस बीमारी को हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है।
योग गुरु स्वामी रामदेव के अनुसार व्यक्ति को इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम के कारण पेट में दर्द और मरोड़ होना, सूजन, गैस, कब्ज और डायरिया जैसी पेट से संबंधित कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वहीं बाबा रामदेव के मुताबिक इससे घबराने या परेशान होने की जरूरत नहीं है बल्कि डाइट का खास ख्याल रखने के साथ योगासन करके इससे मुक्ति पा सकते हैं।
बाबा रामदेव के मुताबिक शंख प्रक्षालन पेट के लिए बेहद ही फायदेमंद है। रोजाना सुबह उठकर गुनगुना पानी पीना चाहिए। साथ ही ध्यान रखें कि 1-2 लीटर पानी एकबार में पीएं। इसके साथ ही पानी में सेंधा नमक और नींबू मिलाएं और पानी पीने के बाद 5 मिनट स्ट्रेचिंग करें।
वहीं पेट को फिट रखने के लिए योग में ताड़ासन, तिर्यक ताड़ासन, कटिचक्रासन, तिर्यक भुजंगासन, उद्राकर आसन, मंडूकासन, शशकासन और योगमुद्रासन आदि आसन करने चाहिए। इन आसनों के जरिए पीड़ित व्यक्ति की कब्ज की समस्या दूर होती है, साथ ही गैस से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा पाचन की परेशानी दूर होती है और छोटी-बड़ी आंते सक्रिय होती हैं। इतना ही नहीं इस योग के जरिए लिवर और किडनी के रोग दूर होते हैं और थकान, तनाव और चिंता दूर करता है।