दुनियाभर में मोटापा आज के समय की एक आम बीमारी है। मोटापे या बेली फैट से छुटकारा पाने के लिए लोग तमाम तरह के उपाय अपनाते हैं। कुछ लोग डाइटिंग का सहारा लेते हैं तो कुछ लोग घंटों जिम में पसीना बहाते हैं। दरअसल जैसे-जैसे शरीर का वजन बढ़ता है किडनी पर दबाव भी बढ़ता जाता है। किडनी शरीर में टॉक्सिंस को फिल्टर करने का काम करती है।

वजन बढ़ने पर किडनी को टॉक्सिन्स को फिल्टर करने में काफी मेहनत करनी पड़ती है, जो सीधे तौर पर उसे काफी नुकसान पहुंचाती है। बढ़ते वजन के चलते लोग परेशान हैं, वजन बढ़ने के साथ शरीर में बीमारियों का भी बढ़ना शुरू हो जाता है। मोटापा केवल सीधे तौर पर किडनी को नुकसान नहीं पहुंचाता बल्कि मोटापे से होने वाली कई अन्य तरह की बीमारियां भी किडनी से संबंधित समस्याओं को जन्म देती हैं।

डॉक्टर्स का कहना है कि मोटापे की वजह से शरीर में कई तरह की बीमारियों मसलन हाइपरटेंशन, डायबिटीज,अनिद्रा या फिर कार्डियोवेस्कुलर डिसीज का खतरा काफी बढ़ जाता है, और इन वजहों से किडनी पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है। आइए जानते हैं कि में हमारी बढ़ते वजन को हम कैसे कम कर सकते हैं।

बाबा रामदेव बताते हैं कि नियमित तौर पर 2-2 गोली मेदोहर वटी और 1-1 गोली त्रिफला गुग्गुल की लेने से भी मोटापे को कम किया जा सकता है। इसके अलावा मोटापे की समस्या से जूझ रहे लोगों को नियमित तौर पर सुबह और शाम 30-30 मिनट के लिए कपालभाति का अभ्यास करना चाहिए। इससे शरीर की मांसपेशियां ट्यून होती हैं और शरीर की अतिरिक्त चर्बी कम होती है।

– मोटापे की वजह से अपनी किडनी को बचाने के लिए आपको अपनी डाइट, अपनी शारीरिक गतिविधियों और पर्याप्त नींद पर ज्यादा फोकस करना चाहिए। मोटापे से पीड़ित लोगों को कम से कम भोजन लेना चाहिए। इसके अलावा शुगर प्रोडक्ट्स की जगह पर सादे पानी का प्रयोग करना चाहिए।

– कई शोध में इस बात की पुष्टि हुई है कि अगर आप डाइट के जरिए अपने वजन में तेज़ी से कमी करना चाहते हैं तो आपको एक लो-कार्ब डाइट फॉलो करना चाहिए। ऐसे में आपको अपने थाली से कार्बोहाइड्रेट को हटा देने में ही फायदा मिलेगा।

– बढ़े हुए वजन को कंट्रोल करने के लिए रनिंग एक बेहतर उपाय हो सकता है। क्योंकि रनिंग से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे शरीर का अतिरिक्त फैट बर्न होता है।