बढ़ते वजन से आज हर कोई परेशान है। कई अध्ययनों में इस बात का खुलासा हुआ कि युवा पीढ़ी में मोटापा आज एक बड़ी परेशानी बनकर सामने उभरा है। एक्सपर्ट्स खराब खानपान, जंक फूड का अधिक सेवन, अनुवांशिकता, आलस्य और अव्यवस्थित जीवनशैली को अधिक मोटापे की वजह बताते हैं। मोटापा ना सिर्फ आपकी पर्सनैलिटी को खराब करता है बल्कि इसके कारण कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होने का खतरा भी बढ़ जाता है।

योग गुरू बाबा रामदेव की मानें तो खानपान और लाइफस्टाइल में थोड़ा-सा बदलाव कर, वजन घटाने में मदद मिल सकती है। स्वामी रामदेव ने ऐसे पांच टिप्स बताए हैं, जिन्हें रोजाना फॉलो करने से आप एक महीने के भीतर 10 किलो तक वजन कम कर सकते हैं।

पुष्टाहार खिचड़ी: बाबा रामदेव द्वारा बताई गई एक खिचड़ी को पुष्टाहार वाली खिचड़ी के नाम से जाना जाता है। पुष्टाहार इसलिए क्‍योंकि इसमें सही मात्रा में प्रोटीन, कार्ब, विटामिन और मिनरल्‍स का मेल है। इसके लिए 100 ग्राम दलिया, 100 ग्राम बाजरा, 100 ग्राम छिलके वाली मूंग दाल, 100 ग्राम ब्राउन राइस, 1/3 चम्‍मच अजवाइन, 10 ग्राम सफेद या काला तिल इन सभी चीजों को एक साथ मिक्‍स करें और अब आपका खिचड़ी मिक्‍स तैयार है। अब इसमें से 50 ग्राम की मात्रा लें और उसे खाने के लिए बनाएं।

चीनी का सेवन करें कम: एक्सपर्ट्स बताते हैं कि मोटापा बढ़ने का मुख्य कारण चीनी है। इसलिए बेली फैट और मोटापे से छुटकारा पाने के लिए चीनी और नमक का सेवन बिल्कुल ही कम कर देना चाहिए। इसके साथ ही मोटापा घटाना है तो विटामिन को आहार में शामिल कीजिए। नट्स, फल और पत्तेदार सब्जियां खाएं। विटामिन सी जैसे नींबू, अमरूद, संतरा पपीते का सेवन उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो कि वजन कम करना चाहते हैं। यह फैट बर्न करता है।

कपालभाति और वज्रासन: बाबा रामदेव बताते हैं कि हर दिन कपालभाति करने से 45 दिनों के भतर कम से कम 10 किलो तक वजन को कम किया जा सकता है। स्वामी रामदेव बताते हैं कि खाना खाने के बाद कुछ मिनट तक वज्रासन अवस्था में बैठें। यह उपाय अपनाने से मोटापे को कम किया जा सकता है।

व्रत-उपवास: एक्सपर्ट्स बताते हैं कि बढ़ते वजन को कम करने के लिए हफ्ते में एक बार व्रत रखना बेहद ही जरूरी है। क्योंकि व्रत-उपवास करने से बल्ड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल नियंत्रित रहता है। इसके अलावा स्वामी रामदेव बताते हैं कि नियमित तौर पर तिर्यक ताड़ासन, त्रिकोणासन, कोणासन, पदस्थ आसन और चक्की आसन करने से बढ़े हुए वजन को काबू में किया जा सकता है।