Exercise linked to higher pain tolerance: आज के शहरी युवाओं में जिम जाने का जबरदस्त क्रेज है। हर कोई जिम जाकर बॉडी को गुड लुकिंग टच देना चाहता है। एब्स बनाने के पीछे जुनून की हद तक कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। हालांकि जिम जाने का मकसद सिर्फ गुड लुकिंग दिखना ही नहीं है बल्कि जिम में एक्सरसाइज करने से मसल्स भी मजबूत होते हैं और कई शारीरिक और मानसिक बीमारियों का खतरा भी टल जाता है। अब एक नई रिसर्च सामने आई है जिसमें एक और फायदे के बारे में बताया गया है। नए अध्ययन में दावा किया गया है कि नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से दर्द सहने की क्षमता भी बढ़ जाती है।
रिसर्च में इतने लोगों ने लिया भाग
पीएलओएस जर्नल में छपी इस रिसर्च के मुताबिक जो लोग नियमित रूप से एक्सरसाइज करते हैं उनमें दर्द सहन करने की क्षमता उन लोगों से काफी ज्यादा होता है, जो लोग कभी-कभी एक्सरसाइज करते हैं। शोधकर्ताओं ने इसके लिए 10,732 प्रतिभागियों के डाटा का विश्लेषण किया है। यह अध्ययन नोर्वे के ट्रोमसो में किया गया है। अध्ययन में शामिल प्रतिभागियों की उम्र 30 साल से 87 साल के बीच थी। इनमें आधी महिलाएं थीं।
अध्ययन में शामिल सभी प्रतिभागियों की हेल्थ और बीमारियों के बारे में दो बार आकलन किया गया। इस आकलन में प्रतिभागियों से कई तरह के सवाल पूछे गए। इनसे फिजिकल एक्टिविटी से संबंधित सवाल पूछे गए। इसके बाद एक प्रयोग किया गया। दरअसल, इसके लिए एक प्रतिभागियों को 3 डिग्री सेल्सियस तापमान वाले पानी में हाथ रखने के लिए कहा जाता है। इसमें जो प्रतिभागी जितनी देर तक हाथ रखते हैं, उसे दर्द सहन करने की क्षमता उतनी अधिक होती है।
जो जितना फिजिकली एक्टिव, उतना ही दर्द सहने में सक्षम:
अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग पहले अपने जीवन में ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी से जुड़े हुए थे, उनमें दर्द सहने की क्षमता उतनी ही अधिक थी। ये लोग बहुत देर तक अपने हाथ को ठंडे पानी में रखे रहे। यहां तक कि जो लोग रेगुलर एक्सरसाइज करते थे, वे लोग 3 डिग्री ठंडे पानी में अपने हाथ को 115.7 सेकेंड तक रखे रहे, जबकि जो लोग कभी-कभार एक्सरसाइज करते थे लेकिन फिजिकली एक्टिव रहते थे, वे लोग 99.4 सेकेंड तक अपने हाथ को रखे रहे।
वहीं जो लोग बिल्कुल ही एक्टिव नहीं थे, उन लोगों ने 15 से 20 सेकेंड में ही अपना हाथ ठंडे पानी से हटा लिया था। अध्ययन से यह साबित हुआ कि नियमित एक्सरसाइज दर्द को सहने की क्षमता को बढ़ा देती है।