उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। साल 1989 में मुलायम पहली बार यूपी के सीएम बने थे। इसके बाद विरोधी दलों ने उनपर अपराधियों का समर्थन करने का भी आरोप लगाया था। अब मुलायम सिंह यादव का एक पुराना इंटरव्यू सामने आया है, जिसमें वरिष्ठ पत्रकार प्रभु चावला उनसे इसी बात को लेकर सवाल पूछते दिख रहे हैं।

प्रभु चावला सवाल करते हैं, ‘मुलायम सिंह जी मुझे लगता है पिछले कुछ सालों में यूपी के अंदर जितने भी मुख्यमंत्री रहे, कुछ इस तरह के कांड होते रहे हैं। अपराधियों के सहयोग से नेता, सीएम बनते रहे हैं। आपके नेता की भी हत्या हो गई थी। उस हत्याकांड में जिन एमएलए का नाम सामने आया था वो आपकी पार्टी में शामिल हो गए हैं। कल्याण सिंह भी ऐसे ही सीएम बने थे। आपको नहीं लगता कि तोड़-फोड़ के बिना यूपी में कोई सरकार नहीं बना सकता, न ही चला सकता है। मतलब अपराधियों को समर्थन दिए बिना तो ऐसा संभव ही नहीं है।’

इस सवाल के जवाब में मुलायम सिंह यादव कहते हैं, ‘हमारी जब भी सरकार बनी है तो समाजवादी पार्टी की तरफ से जोड़-तोड़ नहीं की गई है और न ही हम कभी अपराधियों का समर्थन करते हैं। राजनाथ सिंह और बीजेपी खुद हमारे पास आई थी कि हम आपको समर्थन देना चाहते हैं। जिन लोगों को ये भ्रम है कि अमर सिंह जी ठाकुरवादी हैं, ये बहुत गलत है। अगर ऐसा ही है तो उन्होंने तो मुझे भी अपना नेता माना। राजा भैया के खिलाफ ‘पोटा’ कानून का गलत उपयोग किया गया है। हमने तो संसद में भी इसका जिक्र किया था। हम कभी भी देश के नागरिक पर ‘पोटा’ कानून नहीं लगाएंगे।’

राजा भैया को कर लिया था गिरफ्तार: बता दें, साल 2002 में मायावती उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनी थीं तो उन्होंने किडनैपिंग और धमकाने के आरोप में राजा भैया को जेल भेज दिया था। इतना ही नहीं मायावती सरकार के दौरान ‘प्रिवेंशन ऑफ टेररिज्म एक्ट (पोटा)’ के तहत राजा भैया को गिरफ्तार किया गया था। एक साल बाद साल 2003 में सत्ता में आते ही मुलायम सिंह यादव ने राजा भैया को जेल से रिहा करवा दिया था और उनके ऊपर लगे आरोपों को खारिज कर दिया गया था। राजा भैया के बारे में सवाल पूछने पर मुलायम ने कहा था कि ये कार्रवाई पिछली सरकार में बदले की भावना से की गई थी।