Mono Diet Of Weight loss: अंगूर एक ऐसा फल है, जिसे अक्सर सभी लोग बड़े चाव से खाते हैं। इसमें न केवल एंटीऑक्सिडेंट भरपूर मात्रा में होता है बल्कि विटामिन और खनिज भी होते हैं। अंगूर में फाइबर होता है, जोकि कब्ज दूर करने में मदद करता है। इसे खाने से शरीर को कैलोरी मिलती है। वेब एमडी के मुताबिक अंगूर में स्लीप हार्मोन मेलाटोनिन होता है। इसे खाने से अच्छी नींद आने में भी मदद मिलती है। लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि अगर आप मोनो डाइट लेते हुए 3 दिन सिर्फ अंगूर खाएं तो क्या होगा? डिजिटल क्रिएटर चिन्थिया ब्रोमली के अनुसार 3 दिन तक अंगूर की मोनो डाइट आपके शरीर के लिए परिवर्तनकारी साबित हो सकती है। ऐसा करने से शरीर में लसीका प्रवाह (lymphatic flow) बढ़ सकता है। इससे शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। इससे वजन घटाने (Weight loss) में भी मदद मिलती है।
पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मिलती मदद
गट हेल्थ न्यूट्रिशन पायल कोठारी की इंडियन एक्सप्रेस से हुई बातचीत के अनुसार मोनो डाइट में 24 से 72 घंटों तक सिर्फ एक तरह के भोजन को डाइट में लिया जाता है। इससे पाचन क्रिया सरल होती है। साथ ही शरीर को पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद मिलती है। लेकिन कभी-कभी इससे पेट फूलना, अपच या अन्य पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
शरीर में थकावट हो सकती है महसूस
एस्टर व्हाइटफील्ड अस्पताल (Aster Whitefield Hospital) बेंगलुरु की मुख्य क्लीनिकल डाइटीशियन वीना वी ने बताया कि तीन दिन तक मोनो डाइट में अंगूर लेने से शरीर को हाइड्रेशन और डिटॉक्सिंग में मदद मिलती है। अंगूर में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और प्राकृतिक शर्करा होते हैं जो ऊर्जा प्रदान करते हैं और पाचन में मदद करते हैं। लेकिन इस दौरान कुछ खनीज की शरीर में कमी होने पर शरीर में थकावट महसूस हो सकती है।
किसे नहीं लेनी चाहिए 3 दिन की Grapes Mono Diet
डाइटीशियन वीना के मुताबिक 3 दिन की Grapes Mono Diet मधुमेह रोगियों के लिए खतरनाक हो सकती है। क्योंकि इससे रक्त शर्करा के स्तर में असंतुलन हो सकता है। केवल अंगूर खाने से पाचन संबंधी परेशानी, पेट फूलना या दस्त भी हो सकता है।
क्या है मोनो डाइट? (What Is Mono Diet)
मोनो डाइट के दौरान किसी एक तरह के Food को एक निश्चित समय के लिए खाया जाता है। वजन घटाने के लिए बहुत सारे लोग इसका सहारा लेते हैं। इसमें दिनभर के मील में लोग केवल एक ही तरह के फूड को खाते हैं। मान लीजिए अगर आपने मोनो डाइट के लिए ब्रोकली को चुना है तो आप ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर इससे बनी चीजें ही खाएंगे।
वेट लॉस के लिए मोनो डाइट कितनी फायदेमंद?
जो लोग तेजी से अपना वजन घटाना चाहते हैं, लेकिन सब कुछ ट्राई करने के बाद भी उनका वजन एक जगह रूक गया है। तब लोग मोनो डाइट का सहारा लेते हैं। इस दौरान किसी एक तरह के फूड को कुछ दिनों के लिए डाइट में शामिल किया जाता है।
मोनो डाइट से मिलने वाले फायदे
वजन कम करने के लिए इसका सहारा लिया जाता है।
इससे बॉडी कम कैलोरी इंटेक करती है, जिससे वजन घटाना आसान होता है।
इससे बॉडी डिटॉक्स होने में मदद मिलती है।
मोनो डाइट के दौरान हम एक तरह की चीज खाते हैं, इससे खाना जल्दी पच जाता है।
ये डाइट फॉलो करने से शरीर में एनर्जी लेवल बढ़ता है। इससे शरीर में एनर्जी महसूस होती है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए एक्सपर्ट से जरूर परामर्श करें।