बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए और अपनी मनचाही बॉडी पाने के लिए बेहद अनुशासन, निरंतरता और कड़ी मेहनत करने की जरूरत होती है। हालांकि बहुत से लोग इन तीनों चीजों को अपनाते हैं फिर भी उनका वजन कम नहीं होता। क्या आप उन लोगों में शामिल हैं जिन्होंने अपनी डाइट में बदलाव किया, रेगुलर एक्सरसाइज की और बॉडी को एक्टिव रखा फिर भी वजन को कम करना मुश्किल हो रहा है तो इसके लिए कई कारण जिम्मेदार हैं।
आयुर्वेद और आंत स्वास्थ्य कोच डॉ डिंपल जांगडा ने इंस्टाग्राम पर तीन संभावित कारण साझा किए कि कोई व्यक्ति अपना वजन कम करने के लिए संघर्ष क्यों करता है। आइए जानते हैं कि सारे जतन करने के बाद भी आपका वजन कम क्यों नहीं हो पा रहा है। उसके लिए कौन से तीन कारण जिम्मेदार हैं।
पोषक तत्वों की कमी होने से नहीं घटता वजन:
डॉ जांगडा ने बताया कि बॉडी में पोषक तत्वों की कमी होने से भी तेजी से वजन बढ़ सकता है। यदि आपकी बॉडी में जरूरी पोषक तत्व जैसे विटामिन या खनिजों की कमी है तो आपका वजन तेजी से बढ़ सकता है। बॉडी में पोषक तत्वों की कमी होने से बॉडी में वसा तेजी से जमा होने लगती है। यदि आप बॉडी में पोषक तत्वों की कमियों और बीमारियों को दूर नहीं करेंगे तो आप अपना वजन कम नहीं कर सकते। आप वजन कम करना चाहते हैं तो बॉडी में होने वाली कमियों और बीमारियों पर गंभीरता से ध्यान दें।
खराब डाइट की वजह से नहीं घटता वजन:
अगर आप अपना वजन कम करने के लिए लगतार स्ट्रगल कर रहे हैं फिर भी वजन कम नहीं हो रहा तो उसके लिए आपकी खराब डाइट जिम्मेदार है। आप वेट लॉस जर्नी में जिस डाइट को फॉलो कर रहे हैं वो आपकी बॉडी के लिए ठीक नहीं है। आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान के अनुसार बॉडी के सात प्रकार होते हैं। एक्टोमोर्फ (वात प्रकृति), मेसोमोर्फ (पित्त प्रकृति), एंडोमोर्फ (कफ प्रकृति), वात-पित्त, वात-कफ, पित्त-कफ या त्रिदोषिक शरीर के मुख्य प्रकार हैं।
एक्सपर्ट ने बताया कि आप अपनी बॉडी के लिए जरूरी पोषक तत्वों के मुताबिक डाइट का चयन करें। उदाहरण के लिए एक एक्टोमोर्फ बॉडी पर अधिक मीठा, खट्टा और नमकीन भोजन खाने से अच्छा असर दिखता है। मेसोमोर्फ के लिए अधिक मीठा, कड़वा और कसैला भोजन खाना ठीक रहता है। जबकि एंडोमोर्फ प्रकृति पर कड़वे, कसैले और तीखे भोजन खाने से बॉडी अच्छी रहती है।
अनहेल्दी गट और कोलन
यदि आपकी आंत और कोलन की हेल्थ ठीक नहीं है तो आप वजन कम करने के लिए संघर्ष करेंगे। आपका शरीर हर दिन पसीने, मूत्र और मल के माध्यम से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। लेकिन अगर आपकी आंतें, कोलन या पसीने के छिद्र बंद हो जाते हैं, तो आपके शरीर में ढेर सारे टॉक्सिन्स, अपच भोजन, भारी धातुएं या भोजन से निकलने वाले प्रिजर्वेटिव, परजीवी और अस्वास्थ्यकर बैक्टीरिया फंस जाते हैं। विशेषज्ञ ने बताया कि पेट की अच्छी हेल्थ आपको आपका लक्ष्य हासिल करने में मदद करती है।