आप घर में हों या दफ्तर में या कहीं ट्रेवल ही क्यों न कर रहे हों, शाम का 4 से 6 बजे का समय ऐसा होता है जब स्नैकिंग की क्रेविंग आप पर हावी होने लगती है। शाम के 4 से 6 बजते ही अधिकतर लोगों के मन में समोसा, कचौड़ी, चाय-पकौड़े खाने के ख्याल आने लगते हैं। हालांकि, आपको बता दें कि इस समय कुछ भी खाना आपकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है। ऐसा हमारा नहीं, हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

दरअसल, हाल ही में वेलनेस एक्सपर्ट्स प्रशांत देसाई ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में प्रशांत बताते हैं, ‘शाम के 4 से 6 बजे के बीच के दो घंटे हमारी सेहत के सबसे बड़े दुश्मन हैं। आप अपने दिन की शुरुआत एकदम हेल्दी तरीके से करते हैं। सुबह उठते हैं, एक्सरसाइज करते हैं, नाश्ता करते हैं और फिर काम पर चले जाते हैं। इसके बाद आप अपने दिन के पहले सात या आठ घंटे अच्छी तरह निकालते हैं और इस दौरान काफी हेल्दी चीजें करते हैं लेकिन शाम 4 बजते ही वो अनुशासन खत्म हो जाता है और आप स्नैकिंग करना शुरू कर देते हैं। इससे आप रात के समय देर से खाना खाते हैं, जिससे फिर आपका रूटीन पूरी तरह बिगड़ जाता है।’

वहीं, प्रशांत देसाई के इस वीडियो को लेकर इंडियन एक्सप्रेस संग हुई एक खास बातचीत के दौरान जिंदल नेचरक्योर इंस्टीट्यूट की डिप्टी चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. विनोदा कुमारी ने बताया,’ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से शाम 4-6 बजे के बीच नाश्ता करना परेशानी भरा हो सकता है। जैसे सबसे पहले तो इस समय कुछ भी खाने पर आपको रात के समय भूख देरी से लगती है। ऐसे में आप लेट नाइट डिनर करते हैं, इससे आपके डाइजेशन और स्लीप पैटर्न पर खराब असर पड़ सकता है। इससे अलग आप 4 से 6 बजे के बीच ज्यादातर फैट, शुगर और हाई कैलोरी से भरपूर चीजों का सेवन करते हैं, जो मोटापे का कारण बन सकता है। ऐसे में 4 से 6 बजे के लिए स्नैकिंग करने से बचें।’

फिर क्या है सही समय?

इसे लेकर प्रशांत देसाई बताते हैं, ‘अगर आपको भूख का एहसास ज्यादा होता है, तो आप दोपहर के 3:30 बजे एक गिलास पानी, छाछ या नींबू पानी पी सकते हैं। इसके बाद भी अगर भूख रहती है, तो आप ब्लैक कॉफी या ब्लैक टी के साथ कुछ नट्स खा सकते हैं या प्रोटीन शेक पी सकते हैं।’

वहीं, डॉ. कुमारी बताती हैं कि आप 3:30 बजे के आसपास भुने हुए चने, मखाने, ताजे फल और बादाम के साथ साबुत अनाज जैसी चीजें खा सकते हैं। इस तरह के फूड प्रोटीन, हेल्दी फैट और कार्बोहाइड्रेट के अच्छे स्रोत होते हैं। साथ ही ये आपको डिनर के समय तक फूड क्रेविंग नहीं होने देते हैं। ऐसे में इन छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रख आप अपनी सेहत का ख्याल रख सकते हैं।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।