‘आजतक’ पर एक डिबेट के दौरान एंकर अंजना ओम कश्यप और बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा के बीच तगड़ी नोक-झोंक हो गई। दरअसल संबित पात्रा, अंजना ओम कश्यप से कांग्रेस प्रवक्ता चरण सिंह सापरा को चुप करवाने के लिए कह रहे थे। इससे पहले वह कुछ करतीं, संबित पात्रा नाराज़ हो गए और कहने लगे, ‘ये लाइव डिबेट में कुछ भी बोल रहे हैं। क्या एंकर हैं आप? आप मुझे अपने शो में ‘गटर पात्रा’ बोलेंगी तो क्या सुनूंगा? हम आजतक का बहिष्कार क्यों न करें।’

संबित पात्रा की इस टिप्पणी से अंजना ओम कश्यप नाराज़ हो जाती हैं और कहती हैं, ‘आप दोनों एक-साथ बोल रहे हैं, दोनों में से किसी की आवाज साफ नहीं आ रही है। मैं क्या एंकर हूं ये आप मुझसे पूछने वाले कोई नहीं हैं। आपको मुझे सर्टिफिकेट देने की कोई जरूरत नहीं है। आपको जो बोलना है बोलिए। आप क्या बोल रहे हैं कि कैसे एंकर हैं और पता नहीं क्या।

अंजना आगे कहती हैं कि, ‘बेवजह की बहस क्यों कर रहे हैं? ये बात करने का कौन-सा तरीका है। आप मुझे बताएंगे कि मुझे कैसे बात करनी चाहिए। संबित पात्रा जी आप अपने व्यवहार को ठीक कीजिए।’

बीजेपी प्रवक्ता इसके जवाब में कहते हैं, ‘ये लोग मुझे ‘गटर पात्रा’ बोलेंगे और मैं सुनता रहूंगा। हम बिल्कुल आपको बताएंगे कि आपको कैसे बात करनी चाहिए। आप अगर इस प्रकार की भाषा का प्रयोग करने की अनुमति शो में देंगी तो हम लोग बिल्कुल आपको आईना दिखाएंगे। ऐसा बिल्कुल नहीं हो सकता कि शो में कैसी भी भाषा का प्रयोग होता रहे।’

दोनों के बीच बातचीत की ये क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और इस पर लोगों की प्रतिक्रिया भी आ रही है।

यूजर्स की प्रतिक्रिया: यूजर अवधेश सिंह लिखते हैं, ‘साहब के प्रिय तो दोनों ही हैं फिर ये झगड़ा क्यों?’ एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘लगता है संबित पात्रा के पास जवाब नहीं था, तभी ये हमेशा की तरह बदतमीजी पर उतर आए हैं। यूजर मोहम्मद अजीम लिखते हैं, ‘सत्ता हस्तांतरण का शुभारंभ-सा प्रतीत हो रहा है। लोकतंत्र जो दिखने लगा है। ऊपर कहीं कुछ तय हो गया है। अब हमारे चलने का वक्त हो गया है।’

यूजर अजीत सिंह ने जवाब देते हुए लिखा, ‘संबित पात्रा ही नहीं, पूरे बीजेपी समर्थकों का ब्लड प्रेशर बढ़ा या घटा हुआ पाया जा रहा है। कोई ज्ञानी चिकित्सक कारण बता सकते हैं क्या?’ पीयूष कांत नाम के यूजर लिखते हैं, ‘यह सब नूराकुश्ती है। ये अभिनय भी बढ़िया कर लेते हैं। पहले मैं अभिनय का मास्टर मोदी जी को ही मानता था लेकिन यह भी कुछ कम नहीं हैं।’

यूजर संदीप तिवारी लिखते हैं, ‘अब ये नया तरीका है कि बीजेपी के दोनों प्रवक्ता आपस में लड़ रहे हैं और बाकी किसी को कुछ बोलने ही नहीं दिया जा रहा है।’ एक अन्य यूजर लिखते हैं, ‘मिर्ची सबके लिए कड़वी ही होती है अंजना जी। चाहे उसे शोरूम में रखो, चाहे गुलाबों के फूल में डाल दो!’