वरिष्ठ पत्रकार अर्णब गोस्वामी (Arnab Goswami) एक बार फिर चर्चा में हैं। वे सुशांत सिंह राजपूत केस के बहाने प्रतिद्वंदी चैनल आज तक पर लगातार हमलावर हैं। रिपब्लिक चैनल पर अपने कार्यक्रम ‘पूछता है भारत’ में उन्होंने आज तक पर रिया चक्रवर्ती के इंटरव्यू को लेकर नाराजगी तो जताई ही। साथ ही सुशांत के परिवार के खिलाफ साजिश करने का भी आरोप लगाया। आपको बता दें कुछ दिनों पहले ही अर्णब तब सुर्खियों में आए थे जब उन पर कथित तौर पर हमला किया गया था।
22 अप्रैल की रात अर्णब और उनकी पत्नी सम्यब्रता रे गोस्वामी पर कथित तौर पर हमला हुआ था। उन्होंने इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया था। अर्णब गोस्वामी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने उन पर हमले के लिए गुंडे भेजे थे। दरअसल अर्णब गोस्वामी ने पालघर मॉब लिंचिंग मामले पर एक डिबेट आयोजित की थी, जिसमें उन्होंने सोनिया गांधी पर तीखा हमला बोला था। इसके बाद से ही वे कांग्रेस नेताओं के निशाने पर थे।
BJP से रहा है पुराना ताल्लुक: अर्णब गोस्वामी मूल रूप से असम के रहने वाले हैं। 9 अक्टूबर 1973 को जन्में अर्णब के पिता मनोरंजन गोस्वामी सेना में कर्नल थे। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने भाजपा के साथ अपनी सियासी पारी शुरू की। साल 1998 में बीजेपी के टिकट पर गुवाहाटी सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार भूपेंद्र कालिता से हार का सामना करना पड़ा। अर्णब गोस्वामी के मामा का भी भाजपा से ताल्लुक रहा है और वे बीजेपी के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते हैं। इसके अलावा वे बीजेपी की असम इकाई के अध्यक्ष भी रहे हैं।
NDTV और द टेलीग्राफ में भी किया है काम: गोस्वामी परिवार के बीजेपी से ताल्लुक के चलते अक्सर अर्णब पर पक्षपात का भी आरोप लगता रहा है। अर्णब गोस्वामी द टेलीग्राफ और एनडीटीवी जैसे मीडिया संस्थानों में भी काम कर चुके हैं। अर्णब ने साल 1995 में द टेलीग्राफ के साथ अपना करियर शुरू किया था। हालांकि यहां उन्होंने कुछ महीने ही काम किया और उसी साल वे एनडीटीवी के साथ जुड़ गए। इसके बाद उन्होंने टाइम्स नाउ के साथ काम किया और फिर रिपब्लिक के नाम से अपना खुद का चैनल लॉन्च किया।
विवादों से भी रहा है नाता: ‘रामनाथ गोयनका अवॉर्ड फॉर एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म’ जैसे पत्रकारिता के प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित अर्णब गोस्वामी (Arnab Goswami) का विवादों से भी पुराना नाता रहा है। साल 2017 में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने अपनी पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत से जुड़ी एक खबर के मामले में गोस्वामी पर डिफेमेशन का केस किया था। इसी तरह, 2018 में केरल के एक खास ग्रुप पर टिप्पणी के लिए गोस्वामी को सोशल मीडिया पर तमाम आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। बता दें कि साल 2002 में भी अर्णब गोस्वामी ने दावा किया था कि गुजरात दंगों की रिपोर्टिंग के दौरान उनकी गाड़ी पर हमला किया गया था।