डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो किसी भी उम्र के लोगों को अपना शिकार बना रही है। भारत में ये बीमारी तेजी से फैल रही है। हाल ही में जारी एक अध्ययन में कहा गया है कि 18 साल से 30 साल की उम्र के युवाओं को डायबिटीज की बीमारी तेजी से अपना शिकार बना रही है। रिपोर्ट के मुताबिक 20 साल से कम उम्र के 32% लोगों में शुगर का स्तर सामान्य सीमा से अधिक था।

कम उम्र में बिगड़ता हुआ लाइफस्टाइल युवाओं को डायबिटीज का शिकार बना रहा है। इस उम्र में खान-पान और अपनी कुछ आदतों का ध्यान नहीं रखा जाए तो आप डायबिटीज का शिकार हो सकते हैं। अगर आप भी साइलेंट किलर के नाम से मशहूर इस बीमारी से बचना चाहते हैं तो इन गलतियों को न करें।

नाश्ता स्किप करना: कॉलेज या ऑफिस जाने से पहले नाश्ता नहीं करना आपको डायबिटीज का शिकार बना सकता है। अध्ययनों से पता चला है कि नाश्ता छोड़ने से दोपहर के भोजन के बाद ग्लूकोज का स्तर तेजी से बढ़ जाता है। नाश्ता ब्लड शुगर को मैनेज करता है और डायबिटीज की जटिलताओं को दूर करने में मदद करता है।

ब्लड शुगर की नियमित जांच नहीं करना: साल में दो बार हेल्थ चेकअप कराना जरूरी है। हेल्थ चेकअप में शुगर की जांच कराना बेहद जरूरी है। युवाओं की सोच होती है कि उन्हें कम उम्र में डायबिटीज नहीं हो सकती। अगर आप रेगुलर हेल्थ चेकअप कराते हैं तो आपको ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने का जल्द पता लग जाएगा और आप जल्द ही डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं।

नियमित रूप से व्यायाम न करना: व्यायाम की कमी और मोटापा टाइप 2 डायबिटीज के प्रमुख कारण हो सकते हैं। अध्ययनों में पाया गया है कि सिर्फ आधा घंटे की बॉडी एक्टिविटी से आप डायबिटीज की बीमारी से बच सकते हैं।

जंक फूड खाना: फास्ट फूड का सेवन करने से वजन तेजी से बढ़ता है जो टाइप-2 डायबिटीज का जोखिम बढ़ाता है। हार्वर्ड टी.एच. चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ ने खुलासा किया कि जो लोग बाहर से खाते हैं, आमतौर पर फास्ट फूड खाते हैं उनका वजन बढ़ने की संभावना अधिक होती है।

नींद में खलल: नींद दिनभर की थकान को दूर करती है और बॉडी की मरम्मत का काम करती है। खराब नींद डायबिटीज का कारण होती है। नींद की कमी हॉर्मोन्स में बदलाव का कारण बनती है और वजन को बढ़ाती है।