केरल हाई कोर्ट ने शनिवार को बलात्कार के आरोप में कांग्रेस से निष्कासित विधायक राहुल ममकूटथिल को बड़ी राहत दी है। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि जब तक उनकी अग्रिम जमानत याचिका पर पूरी तरह विचार नहीं हो जाता, तब तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। इस तरह कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगी दी है।

विधायक की अग्रिम ज़मानत याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने यह निर्देश जारी किया। जस्टिस के. बाबू की पीठ ने आदेश में कहा कि, “याचिकाकर्ता को मामले के लंबित रहने तक गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। मामले की अगली सुनवाई 15 दिसंबर को तय की गई है।”

गुरुवार को तिरुवनंतपुरम की एक सेशन कोर्ट ने ममकूटथिल की गिरफ्तारी-पूर्व जमानत याचिका खारिज कर दी थी। वहीं, कांग्रेस ने विधायक को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बर्खास्त कर दिया है।

पलक्कड़ से विधायक ममकूटथिल एक महिला द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद से पिछले 10 दिनों से फरार हैं। मंगलवार को उन पर एक और बलात्कार का मामला दर्ज हुआ, जो कथित तौर पर 2023 में हुआ था।

तिरुवनंतपुरम के नेमोम में दर्ज पहले मामले में पूर्व युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पर बलात्कार, एक महिला को उसकी सहमति के बिना गर्भपात के लिए मजबूर करने, आपराधिक धमकी और एक इलेक्ट्रॉनिक गैजेट का उपयोग करके उसकी नग्नता को रिकॉर्ड करने का मामला दर्ज किया गया था।

ममकूटथिल, जो एक वर्ष पहले उपचुनाव के बाद विधायक बने थे। उन्होंने तर्क दिया था कि शिकायतकर्ता के साथ संबंध सहमति से बने थे। कांग्रेस, जिसकी पिछले सप्ताहों में निर्णायक कार्रवाई न करने के लिए आलोचना की जा रही थी। उसने अपने पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष को उस समय बाहर का रास्ता दिखा दिया जब पुलिस ने एक सप्ताह में उनके खिलाफ दो बलात्कार के मामले दर्ज किए।

इस मामले ने कांग्रेस पर ऐसे समय में गहरा असर डाला है जब स्थानीय निकाय चुनाव बस एक हफ़्ते दूर हैं। ममकूटथिल को पार्टी से बर्खास्त करने का फ़ैसला इस बात का एहसास होने के बाद लिया गया कि यह मामला कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ की संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है, जो स्थानीय निकाय चुनावों और पांच महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों में वापसी के लिए संघर्ष कर रहा है। बर्खास्तगी के साथ, कांग्रेस को उम्मीद है कि वह सीपीआई(एम) पर पलटवार कर सकेगी।

कांग्रेस के भीतर, ममकूटथिल को विपक्ष के नेता वीडी सतीसन और सांसद शफी परमबिल का समर्थन प्राप्त था। पार्टी नेताओं का कहना है कि इसी वजह से उन्हें कई स्थानीय दावेदारों के विरोध के बावजूद पलक्कड़ उपचुनाव में टिकट मिल गया। बुधवार को, कांग्रेस के सांस्कृतिक और साहित्यिक संगठन, संस्कार साहिती के नेता एमए शाहनस ने आरोप लगाया था कि जब वह किसान आंदोलन में भाग लेकर दिल्ली से लौटीं, तो ममकूटथिल ने उन्हें गलत संदेश भेजे थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने पहले भी परमबिल को उनके बारे में चेतावनी दी थी, लेकिन उनकी बात अनसुनी कर दी गई।

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मध्य केरल के पथनमथिट्टा जिले के मूल निवासी, ममकूटथिल वर्तमान में पलक्कड़ के विधायक हैं, यह सीट उन्होंने पिछले नवंबर में उपचुनाव में जीती थी, जो वडकारा से 2024 के लोकसभा चुनाव में मौजूदा विधायक शफी परम्बिल की जीत के बाद जरूरी हो गया था।

कांग्रेस के युवा चेहरों में ममकूटथिल एक उभरते हुए सितारे थे और टीवी बहसों में पार्टी की आवाज़ बनते रहे थे। इसी वजह से उन्हें 2023 में युवा कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष चुना गया। हालांकि संगठनात्मक चुनाव के दौरान उन पर मतदाता सूची में हेराफेरी करने के आरोप लगे, फिर भी वे विवादों से बच निकलने में कामयाब रहे।

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