भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी लगता है कि युवराज सिंह के प्रदर्शन से खुश हैं और उन्हें उम्मीद है कि आईसीसी विश्व टी20 से पहले बायें हाथ के इस बल्लेबाज को जितने अधिक मैच खेलने को मिलेंगे उससे उनमें निखार आता रहेगा।
कप्तान ने इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में क्लीन स्वीप का कारण टीम का सही संयोजन भी बताया। धोनी ने कहा, ‘‘हमारा संयोजन सही है। इसके अलावा युवराज नंबर पांच पर बल्लेबाजी करते हुए अपना असली खेल दिखा सकता है।
वह जितने अधिक मैच खेलेगा उतना उस पर दबाव कम होगा। मैं कभी पक्के बल्लेबाजी क्रम पर विश्वास नहीं करता तथा परिस्थितियों और गेंदबाजों को देखते हुए हम बायें हाथ के दोनों बल्लेबाजों (युवराज और सुरेश रैना) के बीच गैप बना सकते हैं। अभी लगता है कि हमारी बल्लेबाजी लाइनअप बहुत अच्छी है। ’’
उन्होंने कहा कि रैना टीम में ऐसा खिलाड़ी है जिसने चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से नंबर तीन और भारत के लिए पांचवें और छठे नंबर पर अच्छी बल्लेबाजी की है। धोनी ने कहा, ‘‘एक तरह से हमें आईपीएल के प्रदर्शन का पुरस्कार मिल रहा है. रैना ने आठ आईपीएल में नंबर तीन पर खेलते हुए सर्वाधिक रन बनाये हैं और दूसरी तरफ एक विश्व टी20 में भी उसने नंबर तीन पर बल्लेबाजी की और उसने शतक भी जमाया। अन्य खिलाड़ी भी हैं जो ऐसी भूमिका निभा सकते हैं लेकिन हर कोई ऐसा नहीं है जो पांचवें और छठे नंबर पर बल्लेबाजी कर सके। ’’
धोनी ने इस पर भी कुछ नहीं कहा कि वह सीनियर खिलाड़ी हरभजन सिंह को भी कब अंतिम एकादश में रखना चाहेंगे। हरभजन को यहां खेलने का मौका नहीं मिला। उन्होंने कहा, ‘‘यहां की परिस्थितियां उपमहाद्वीप से काफी भिन्न हैं जहां हमें विश्व टी20 से पहले काफी टी20 क्रिकेट खेलनी है। केवल एक खास स्थिति के कवर के बजाय प्रत्येक खिलाड़ी का बैकअप होना महत्वपूर्ण है। इसलिए उसके लिये सीधे एकादश में जगह बनाना मुश्किल है लेकिन प्रतिद्वंद्वी को देखकर इस पर विचार कर सकते हैं। हम उसे बाद के मैचों में उतार सकते थे लेकिन हम अपनी सर्वश्रेष्ठ एकादश को उतारना चाहते थे और यह देखना चाहते थे कि हमारा सर्वश्रेष्ठ संयोजन क्या है। ’’
भारत की निगाह अब विश्व टी20 पर रहेगी. उससे इससे पहले श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज और फिर बांग्लादेश में एशिया कप में खेलना है। धोनी ने कहा, ‘‘हमारे निचले क्रम के बल्लेबाजों को बल्लेबाजी का अधिक मौका नहीं मिला लेकिन उनकी क्षमता और आईपीएल की प्रतिष्ठा को देखते हुए वे ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए। ’’

