ईएसपीएन क्रिकइंफो के लिए कॉलम में महान बल्लेबाज ब्रायन लारा ने अपने क्रिकेट करियर के दौरान (वेस्टइंडीज का इंग्लैंड दौरा) की यादें शेयर कीं। इसी क्रम में उन्होंने लिखा है कि विवियन रिचर्ड्स उन्हें कम से कम तीन सप्ताह में एक और दिग्गज ऑलराउंडर कार्ल हूपर को सप्ताह में एक बार जरूर रुला देते थे। हालांकि, साथ ही स्पष्ट कर दिया कि विवियन रिचर्ड्स कोई बदमाश नहीं हैं।

ब्रायन लारा ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ग्राहम गूच और कार्ल हूपर की जमकर तारीफ की। ब्रायन लारा ने लिखा, बहुत से खिलाड़ी यह स्वीकार करने की हिम्मत नहीं करेंगे कि उन्हें विव रिचर्ड्स पसंद नहीं थे या वे उनसे डरते थे। मैं कहूंगा कि उन्होंने मुझे डराने की कोशिश की, लेकिन कभी सफल नहीं हुए। हालांकि, मुझे विव रिचर्ड्स पसंद हैं।

ब्रायन लारा ने लिखा, जब मैं लॉर्ड्स के उस मैच के बारे में सोचता हूं तो मुझे कार्ल हूपर की क्लास नजर आती है। यार, क्या खिलाड़ी है। उसने हम सभी में यहां तक कि वरिष्ठ खिलाड़ियों में भी जिस सहजता से बल्लेबाजी की उससे एक तरह का विस्मय पैदा कर दिया। आपको लगता था कि जब कार्ल बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर जाते तो वे इसका आनंद लेते थे। हेंस, रिचर्ड्स, ग्रीनिज ये सभी लोग उसे देखने के लिए अपना काम रोक देते थे।

वह बहुत प्रतिभाशाली थे। इसके बावजूद उन्हें खुद पता नहीं था कि वह कितने प्रतिभाशाली हैं। लोग पूछते थे कि उन्होंने अपनी प्रतिभा के साथ पूरा न्याय क्यों नहीं किया और आप जानते हैं इसका कोई स्पष्ट कारण नहीं है। लेकिन मैं यह कहूंगा: विव मुझे हर तीन हफ्ते में रुलाते थे, लेकिन वह कार्ल को हर हफ्ते रुलाते थे। विव की आवाज का लहजा डराने वाला है और अगर आप मजबूत नहीं हैं तो इसे व्यक्तिगत रूप से ले सकते हैं और इससे प्रभावित हो सकते हैं। मैं वास्तव में इससे कभी प्रभावित नहीं हुआ। मैंने एक तरह से इसका स्वागत किया, क्योंकि मैं उनके इतने करीब था कि मुझे पता हो जाता था कि अब दुर्व्यवहार होने वाला है और मैं एक स्ट्रॉन्ग पर्सनालिटी था।

वहीं कार्ल? मैं इस तथ्य से परिचित हूं कि कार्ल विव रिचर्ड्स से दूर रहते थे। मुझे नहीं लगता कि विव ने जानबूझकर आपको डराया-धमकाया। यह सिर्फ उनका दिखावा था। वह कोई बदमाश नहीं हैं। विव रिचर्ड्स कोई बदमाश नहीं है। लेकिन विव की पर्सनालिटी बहुत स्ट्रॉन्ग है। वह बहुत अग्रेसिव (तेज-तर्रार) इंसान हैं जो ज्यादातर चीजों से ऐसे ही निपटते हैं। अगर हमारी टीम मीटिंग होती, तो वह इंस्पायर करते। वह हमेशा अपने खिलाड़ियों का समर्थन करते। वह इस तरह से बात करते कि आप पर उनका असर पड़ता। अब भी, वह एक सॉफ्ट पर्सन नहीं हैं। हो सकता है कि उनका एक मृदु पक्ष हो, लेकिन एक सौम्य व्यक्ति?

इसे इस तरह से कहें। विव हमेशा विव ही थे। मैं हमेशा उनके पीछे पड़ा रहता था, इसलिए मुझे शायद दूसरों से ज्यादा फटकारें मिलतीं, लेकिन इसका मुझ पर कभी गलत असर नहीं पड़ा, क्योंकि मैं जानता था कि वह जो बात कर रहे थे, वही वेस्टइंडीज क्रिकेट को सुनने की जरूरत थी। अगर आप कठोरता और तथाकथित अहंकार को अलग करके सुनें और सुनें कि वह वास्तव में क्या कह रहे हैं, तो उनका मतलब वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए अच्छा है। बेशक, हमारे बीच कुछ झड़पें हुईं, खासकर बाद में जब मैं कप्तान था और वह चयनकर्ता थे, लेकिन मुझे लगता है कि मैंने ज्यादातर समय उनका सामना किया।

ब्रायन लारा ने लिखा, उस हफ्ते लॉर्ड्स में बहुत कुछ चल रहा था। कार्ल के शतक के बाद, हम मैदान में थे और खेल के अंत में विव ने टीम मीटिंग बुलाई। उन्होंने हम सभी को बैठाया और गेंदबाजों के पास गए।
कर्टली, बिग मैन, अच्छा प्रयास, कड़ी मेहनत करते रहो।”
मैको, सोल्जर।
यंग एलन। अच्छा प्रयास, यंग मैन। पहला टेस्ट मैच। इम्प्रेस्ड। वह थोड़ा रुकते हैं और फिर कहते हैं, लेकिन हममें से कुछ लोग गेंद नहीं फेंकना चाहते।
यह सुनकर कर्टनी वॉल्श भावुक होने लगते हैं और खड़े हो जाते हैं और चिल्लाते हैं, मैनेजर, मुझे मेरा टिकट दे दो।
लांस उनसे कहते हैं, क्यों क्या हुआ? और कर्टनी कहते हैं, तुम्हारा क्या मतलब है, क्या हुआ? वह आदमी बाकी सभी को बुलाता है और मुझे नहीं बुलाया जाता और अब वह कहता है कि हममें से कुछ लोग गेंद फेंकना नहीं चाहते।
लांस को कर्टनी को मनाने की कोशिश करनी पड़ी, लेकिन विव नहीं माने। आखिरकार हमारे रिजर्व कीपर डेविड विलियम्स ने हम सभी को एक-दूसरे के कंधों पर हाथ रखने को कहा और उन्होंने प्रार्थना की। ऐसा लगता है कि यह उपाय कारगर रहा।

विव के साथ, वह समझ नहीं पाता कि वह किसी को चोट पहुंचा रहे हैं या नहीं। मुझे याद है कि एक समय खिलाड़ी बारिश के कारण मैदान से बाहर चले गए थे। मैं यह सुनिश्चित कर रहा था कि बेंच पर बैठे व्यक्ति के रूप में, हर कोई सहज हो। आप तेज गेंदबाजों को उनके जूतों से मदद करते हैं, तलवों से टर्फ हटाते हैं, और आप किसी भी अनुरोध के साथ कप्तान और उप-कप्तान के पास जाते हैं। वे आपका ध्यान केंद्रित करते हैं। मैंने वह काम यथासंभव पेशेवर तरीके से किया। मुझे याद है कि मैंने एम्ब्रोस और मार्शल के जूतों को लिया और उन्हें जितना हो सके उतना साफ किया और उनके गीले ऊपरी हिस्से को ड्रायर से सुखाया।

लंच का समय हो गया था और यह सब करने के बाद मैं ऊपर लौटा और दिग्गज नैन्सी से मिला। नैन्सी ने ही लॉर्ड्स में खिलाड़ियों के लिए लंच तैयार कराया था। मैंने प्लेट ली और लाइन में खड़ा होकर अपने लंच का इंतजार करने लगा। विव मेरी तरफ देखकर बोले, तुम क्या कर रहे हो?” मैंने उनसे कहा कि मैं लंच के लिए लाइन में खड़ा हूं। विव रिचर्ड्स ने कहा, वह प्लेट नीचे रखो। मैं चाहता हूं कि तुम दौड़ो। तो मुझे लॉर्ड्स के आउटफील्ड में 15 मिनट तक दौड़ना पड़ा, जब तक कि अंपायर फिर से बाहर नहीं निकल गए। यार, मैं उस दिन बहुत भूखा था।

बहुत से खिलाड़ी यह स्वीकार करने की हिम्मत नहीं करते कि उन्हें विव रिचर्ड्स पसंद नहीं थे या वे उनसे डरते थे। मैं कहूंगा कि मैं विव रिचर्ड्स से प्यार करता हूं और उन्होंने मुझे डराने की कोशिश की, लेकिन कभी सफल नहीं हुए। मैंने अपनी आंखों से देखा है कि उनके क्रोध के कारण बड़े-बड़े लोग, जिनमें मैं भी शामिल हूं, आंसू बहाते थे। अब सुनिए, यह कहना जरूरी है कि विव रिचर्ड्स अपनी कठोरता के लिए जाने जाते थे, लेकिन वह कभी नहीं चाहते थे कि आप अच्छा प्रदर्शन न करें। वह ऐसे ही थे। और देखिए, विव कार्ल से प्यार करते थे। मुझसे कहीं ज्यादा, यह पक्का है। लेकिन विव जिस तरह से प्यार दिखाते हैं, वह कार्ल को पसंद नहीं आया।

कार्ल निश्चित रूप से मेरे द्वारा देखे गए सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक थे। मैं कहूंगा कि सचिन तेंदुलकर और मैं भी उस प्रतिभा के करीब नहीं आ सकते। कार्ल के करियर को खेलने से लेकर कप्तानी तक अलग रखें तो उनके आंकड़े बहुत अलग हैं। एक कप्तान के रूप में उनका औसत 50 के करीब था, इसलिए उन्हें जिम्मेदारी का आनंद मिला। यह दुखद है कि केवल एक कप्तान के रूप में ही उन्होंने अपनी असली क्षमता को पूरा किया।