भारत और पाकिस्तान के बीच 2004 में 25 मार्च से 1 अप्रैल तक तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला खेला गया था। इस मैच में वीरेंद्र सहवाग ने ऐतिहासिक 309 रनों की पारी खेली थी। सहवाग को उस मैच में तेंदुलकर ने छक्का मारने से मना किया था। इस बारे में वीरू ने कपिल शर्मा के शो पर खुलासा किया था। उन्होंने एक फैन के सवाल पर बताया था कि तेंदुलकर ने क्यों उन्हें छक्का मारने से रोका था।

कपिल शर्मा के शो पर एक फैन ने सहवाग से पूछा, ‘‘आपने जब पाकिस्तान के खिलाफ 294 रन पर छक्का मारा था तो कैसा लगा था।’’ इसके जवाब में सहवाग ने कहा था, ‘‘उस मैच में 100 रन बनाने तक मैंने करीब 5 या 6 छक्के मारे थे। सचिन तेंदुलकर मेरे साथ बल्लेबाजी कर रहे थे। 100 रन बनाने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि अब तू छक्का नहीं मारेगा। अगर तुमने छक्का मारा तो मैं तुझे मारूंगा। क्योंकि उन्हें पता था कि इसके 100 रन हो चुके हैं। अब ये 4-5 छक्के मारेगा और आउट होकर चला जाएगा।’’

सहवाग ने आगे कहा था, ‘‘वह इनडायरेक्टली यह कह रहे थे तुझे आउट नहीं होना है। फिर मैंने 295 रन तक छक्का मारने का इंतजार किया। 295 रन पर मैंने सचिन तेंदुलकर से कहा कि अगर सकलैन मुश्ताक गेंदबाजी करने आया तो मैं छक्का जरूर मारूंगा चाहे मैं आउट ही क्यों न हो जाऊं। इस पर उन्होंने कहा कि अब हमलोग ऐसी परिस्थिति में हैं कि तू आउट हो, छक्का मार या 10 रन मार, जो करना है कर, अब हम हार नहीं सकते हैं।’’

सहवाग ने आगे सुनाया, ‘‘यह मेरे लिए एक सीख थी कि रन बनाना जरूरी है, लेकिन क्रीज पर खड़े रहना भी उतना ही जरूरी है। मेरे लिए फील्डर मैटर नहीं करता है। अगर मैंने सोच लिया है कि छक्का मारना है तो फील्ड पोजिशन मैटर नहीं करता। इसके बाद मुश्ताक आया मैंने छक्का मारा और बैट ऊपर किया और सचिन तेंदुलकर से गले मिलने का मौका मिला।’’ भारत उस मैच में पारी और 52 रन से जीता था।