चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) आईपीएल इतिहास की सबसे सफल फ्रेंचाइजी में से एक रही है। वे तीन आईपीएल ट्रॉफी जीत चुके हैं और उनके पास दुनिया के सबसे बेस्ट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी हैं। इसके बावजूद टीम की आलोचन हो रही है। आलोचना का कारण आईपीएल के 13वें सीजन में टीम का खराब प्रदर्शन है। 6 में से सिर्फ 2 मुकाबलों में टीम को जीत मिली है। टीम इंडिया के पूर्व वीरेंद्र सहवाग ने सीएसके के खिलाड़ियों की आलोचना करते हुए कहा कि कुछ बल्लेबाज सरकारी नौकरी समझ चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए खेल रहे हैं।

सहवाग ने क्रिकबज से बातचीत में कहा, ‘‘इस लक्ष्य को हासिल किया जाना चाहिए था। लेकिन केदार जाधव और रवींद्र जडेजा द्वारा खेली गई डॉट बॉल ने मदद नहीं की। मुझे लगता है कि चेन्नई सुपरकिंग्स के कुछ बल्लेबाज सीएसके को सरकारी नौकरी समझते हैं, चाहे आप प्रदर्शन करें या न करें, उन्हें पता है कि उन्हें वैसे भी उनका वेतन मिलेगा।’’ पिछले मैच में चेन्नई का मुकाबला कोलकाता नाइटराइडर्स से थे। एक समय टीम मैच जीत रही थी, लेकिन आखिरी ओवरों में सीनियर बल्लेबाज केदार जाधव के कारण टीम को हार का सामना करना पड़ा।

दरअसल, जब रन तेजी से बनाने थे तो वे डिफेंसिव बल्लेबाजी कर रहे थे। अब तो धोनी की पसंद पर भी सवाल उठ रहे हैं। ड्वेन ब्रावो से पहले जाधव को भेजना किसी को समझ में नहीं आया। जाधव जब बल्लेबाजी के लिए आए थे तो टीम को 21 गेंद पर 39 रन बनाने थे। टी20 में यह आसान माना जाता है। इसके बावजूद सीएसके के टीम हार गई। जाधव ने 12 गेंद पर सिर्फ 7 रन बनाए और टीम हार गई।

CSK की टीम यूएई पहुंचने के बाद से ही संघर्ष कर रही है। पहले उसके दल के 12 सदस्यों COVID-19 पॉजिटिव पाए गए। फिर उनके वरिष्ठ खिलाड़ी सुरेश रैना और हरभजन सिंह ने टूर्नामेंट से खुद को अलग कर लिया। सीएसके की टीम आईपीएल में रिकॉर्ड आठ बार फाइनल में पहुंची है। उसका सामना 10 अक्टूबर को रॉयल चैलेंजर्स बंगलोर से होगा। टीम उस मुकाबले में वापसी करना चाहेगी।