विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy 2021) का फाइनल मुकाबला खेला जा चुका है। मुंबई ने उत्तर प्रदेश को हराकर चौथी बार खिताब अपने नाम कर लिया है। इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों में पृथ्वी शॉ पहले और देवदत्त पडिक्कल दूसरे स्थान पर हैं। पृथ्वी ने 8 मैच में 827 रन बनाए। वहीं, पडिक्कल ने 7 मैच में 737 रन बनाए है। एक खिलाड़ी जिसने 500 से ज्यादा रन बनाए हैं लेकिन उनकी चर्चा नहीं हुई, वे हैं रविकुमार समर्थ।
कर्नाटक के कप्तान समर्थ ने 7 मैच में 613 रन बनाए। समर्थ ने टूर्नामेंट में 3 शतक भी लगाए, लेकिन वे अपनी टीम को फाइनल में नहीं पहुंचा सके। सेमीफाइनल मुकाबले में मुंबई के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। समर्थ के प्रदर्शन को देखें तो उन्हें टूर्नामेंट में क्रमश: 3, 158*, 60, 62, 130*, 192 और 8 रन बनाए। वे केरल के खिलाफ क्वार्टरफाइनल में दोहरा शतक लगाने से चूक गए थे। उनकी पारी की बदौलत ने कर्नाटक ने मजबूत केरल को हराया था।
रविकुमार ने 122.60 की औसत से रन बनाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 105.33 का रहा। उन्होंने 69 चौके और 4 छक्के लगाए। रविकुमार ने 3 शतक के अलावा 2 अर्धशतक भी लगाए। इस तरह का बेहतरीन प्रदर्शन करने के बावजूद रविकुमार समर्थ आईपीएल 2021 के लिए किसी टीम में नहीं हैं।
यहां तक कि उन्हें नीलामी के लिए शॉर्टलिस्ट भी नहीं किया गया था। विजय हजारे ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टॉप-5 बल्लेबाजों में सिर्फ रविकुमार ही आईपीएल की किसी टीम में नहीं हैं। रविकुमार ने इस रॉबिन उथप्पा जैसे दिग्गज बल्लेबाज से ज्यादा रन बनाए। उथप्पा ने 6 मैच में 377 रन बनाए।
रविकुमार ने 66 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं। 115 पारियों में उन्होंने 4171 रन बनाए हैं। इस दौरान रविकुमार का औसत 38.62 का रहा है। उन्होंने 10 शतक और 21 अर्धसतक लगाए हैं। उनका हाइएस्ट स्कोर 235 रन है। लिस्ट ए मैचों में उनके नाम 1471 रन हैं। 39 मैच की 37 पारियों में उनका औसत 53.96 का है। उन्होंने 7 शतक और 8 अर्धसतक लगाए हैं। उनक सर्वोच्च स्कोर 192 रन है। 23 टी20 मैचों में 275 रन बनाए हैं।