भारत के तेज गेंदबाज उमेश यादव इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) में खरीदार नहीं मिलने से निराश भले ही हों, लेकिन हौसले अब भी बुलंद हैं। पैर की सर्जरी के चलते कई महीनों तक मैदान से दूर रहने के बाद वह जल्द ही तेज गेंदबाजी करते नजर आएंगे। जनसत्ता से बातचीत के दौरान उमेश यादव ने फिटनेस से लेकर कई अहम मुद्दों पर चर्चा की।

‘विदर्भ एक्सप्रेस’ के नाम से मशहूर उमेश यादव ने कहा, ‘मैंने कुछ महीने पहले पैर की सर्जरी कराई है। मेरा ध्यान अभी अपने शरीर और फिटनेस पर है। मैंने दौड़ना शुरू कर दिया है। आने वाले दो से तीन सप्ताह में मैं खुद को मैदान पर देख सकता हूं। उन्होंने बताया कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के लिए हुए मेगा ऑक्शन में अनसोल्ड रहने पर उन्हें निराशा तो हुई, लेकिन इससे और ज्यादा मेहनत करने की सीख भी मिली।

उमेश यादव के मुताबिक, ‘यह फ्रेंचाइजी और उनकी रणनीतियों पर निर्भर करता है कि किस खिलाड़ी को टीम में शामिल करना है और किसे नहीं। मैं किसी के फैसले को नहीं बदल सकता। मेरा काम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है।’ उमेश यादव ने जून 2023 के बाद से कोई भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच नहीं खेला है। उन्होंने अपना अंतिम घरेलू मैच 23 नवंबर 2024 को खेला था। तब वह मुश्ताक अली ट्राफी में ओडिशा के खिलाफ विदर्भ के लिए खेले थे।

सैयद मुश्ताक अली में हुए थे चोटिल

उमेश यादव ने उस मैच में सिर्फ 7 गेंदें फेंकी थी और 19 रन देकर एक विकेट चटकाया था। इसके बाद उन्हें बीच टूर्नामेंट में बाहर होना पड़ा था। बाद में उन्हें पैर की सर्जरी करानी पड़ी। तेज गेंदबाज ने बताया, ‘अभी चोट को ठीक करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं। साथ ही अपनी फिटनेस पर भी ध्यान दे रहा हूं। मैं अपने फिजियो से रोजाना संपर्क में रहता हूं। मेरी कोशिश है कि मैं जल्द से जल्द मैदान पर वापसी कर सकूं।’

उमेश ने बताया, ‘मैं क्रिकेट से दूर नहीं हुआ हूं। जब तक मुझे लगता है कि मैं 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकता हूं, मैं गेंदबाजी करूंगा। जब मैं गेंदबाजी नहीं कर पाऊंगा। तो मैं खुद ही क्रिकेट को अलविदा कह दूंगा। शायद मुझे यह किसी को बताने की जरूरत नहीं पड़ेगी।’

लार के इस्तेमाल के पक्ष में हैं उमेश यादव

उमेश यादव ने गेंद पर लार का इस्तेमाल करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘लार गेंद को रिवर्स स्विंग कराने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।’ कोविड-19 महामारी के दौरान इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में इसके इस्तेमाल की मंजूरी दे दी। उमेश ने बताया, ‘पसीना लार का विकल्प नहीं है। मैं भी जब गेंद फेंकता था तो लार का इस्तेमाल नहीं कर पाता था। गेंद घुमाने में समस्याएं आती थीं। नई गेंद में भी लार का इस्तेमाल काफी महत्त्वपूर्ण है इसलिए यह निर्णय स्वागत योग्य है।

मलिंगा के साथ में रहने का बुमराह को मिला फायदा: उमेश यादव

उमेश यादव घातक गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की यार्कर से काफी प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि बुमराह ने अपनी गेंद से काफी प्रभाव छोड़ा है। मुझे लगता है जब उन्होंने आइपीएल खेलना शुरू किया तब लसित मलिंगा के साथ बुमराह ने काफी समय बिताया। टीम के हालात कुछ भी हो, लेकिन सब को विश्वास है कि अगर बुमराह ओवर करने आए हैं तो निश्चित कुछ न कुछ अच्छा होने वाला है। बुमराह ने अपनी यार्कर पर और गेंद की लाइन और लेंथ पर काम किया, जिस कारण वह युवाओं के लिए भी प्रेरणा बन चुके हैं।

युवाओं को दी यह सलाह

उमेश यादव ने युवाओं को भी सलाह दी। उमेश ने कहा, ‘युवाओं को आइपीएल में मिले अवसरों का सदुपयोग करना चाहिए। युवाओं को अपना खेल दिखाना चाहिए और चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित करना चाहिए।’ उमेश यादव ने तेज गेंदबाजों को अपनी गेंदबाजी पर ध्यान केंद्रित करने और अपनी योजनाओं को क्रियान्वित करने की भी सलाह दी।