आईपीएल 2023 अंक तालिका में नौवें स्थान पर रहने वाली दिल्ली कैपिटल्स ने शेन वॉटसन और अजीत अगरकर से नाता तोड़ लिया है। दोनों सहायक कोच के रूप में दिल्ली कैपिटल्स के थिंक टैंक का हिस्सा थे। दिल्ली कैपिटल्स ने एक ट्वीट के जरिए इस खबर की पुष्टि की। दिल्ली कैपिटल्स ने अजीत अगरकर और शेन वॉटसन की तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा, ‘आप इसे हमेशा अपना घर बुला सकते हैं। आपके योगदान के लिए धन्यवाद, अजीत और वॉटो। आपके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।’

अजीतअगरकर 2022 में कैपिटल्स के कोचिंग स्टाफ में शामिल हुए थे। अजीत अगरकर भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता पद के लिए प्रमुख दावेदारों में से एक हैं। शेन वॉटसन लीग के 15वें सीजन से पहले दिल्ली कैपिटल्स स्टाफ में भी शामिल हुए थे। वह 2008 में खिताब जीतने वाली राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा थे। शेन वॉटसन 2018 में महेंद्र सिंह की अगुआई में आईपीएल चैंपियन बनने वाली चेन्नई सुपर किंग्स का भी हिस्सा रह चुके हैं।

अजीत अगरकर का नाम दौड़ में होने से बीसीसीआई को चयन समिति के प्रमुख का सालाना वेतन एक करोड़ से बढ़ाना होगा, जबकि बाकी सदस्यों का वेतन भी 90 लाख से अधिक करना होगा। दिल्ली कैपिटल्स के सहायक कोच और कमेंटेटर अगरकर मुख्य चयनकर्ता के सालाना पैकेज से अधिक कमाते हैं। यही कारण है कि बीसीसीआई को मौजूदा वेतनमान की समीक्षा करनी पड़ेगी।

अगरकर के रेस में शामिल होने की खबर पीटीआई ने बुधवार को दी थी। अब दिल्ली कैपिटल्स टीम छोड़ने की खबर से यह साफ हो गया कि वह वेस्टइंडीज के आगामी दौरे के लिए टी20 टीम चुनते समय वह मुख्य चयनकर्ता हो सकते हैं।

अजीत अगरकर ने 2021 में भी किया था आवेदन

अजीत अगरकर 2021 में भी चयनकर्ता के पद के लिए इंटरव्यू दे चुके हें, तब उत्तर क्षेत्र से चेतन शर्मा समिति के अध्यक्ष बने थे। दिवंगत रमाकांत आचरेकर के शिष्य रहे 45 साल के अजीत अगरकर 191 वनडे, 26 टेस्ट और चार टी20 मैच खेल चुके हैं।

समझा जाता है कि उस समय मुंबई क्रिकेट संघ को अगरकर की दावेदारी से समस्या थी। यही वजह रही कि उन्हें नहीं चुना गया। इसके अलावा उन्हें चुनने पर चेतन शर्मा अध्यक्ष नहीं बन पाते। चेतन शर्मा को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एक वर्ग का समर्थन हासिल था।

महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) के मौजूदा पदाधिकारियों को अब दिक्कत नहीं है, क्योंकि उनके पास सलिल अंकोला हैं। दिलीप वेंगसरकर और रवि शास्त्री के नाम की भी अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है कि उन्होंने आवेदन किया है या नहीं। दिलीप वेंगसरकर 2005 से 2008 तक अध्यक्ष रह चुके हैं। मुख्य चयनकर्ता का अधिकतम कार्यकाल चार साल का ही होता है। इस हिसाब से उनके पास एक ही साल बचा है।