भारतीय क्रिकेट टीम ने T20 विश्व कप 2004 के सुपरहिट चरण में अपने पहले मुकाबले में अफगानिस्तान को 47 रन से हरा दिया। बारबाडोस के किंग्सटन ओवल में खेले गए इस मैच में भारत की शुरुआत ठीक नहीं हुई थी। टीम इंडिया ने महज 11 रन के स्कोर पर ही कप्तान रोहित शर्मा (8 रन) का विकेट गंवा दिया था।
इसके बाद विराट कोहली (24 गेंद, 24 रन), ऋषभ पंत (11 गेंद, 20 रन) और शिवम दुबे (7 गेंद, 10 रन) भी बड़ी पारियां खेलने में नाकाम रहे। यही वजह रही है कि एक समय भारत का स्कोर 10.5 ओवर में 4 विकेट पर 90 रन हो गया। ऐसे में सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पंड्या ने न सिर्फ भारतीय पारी संभाली बल्कि तेजी से रन भी बनाए।
सूर्या और हार्दिक ने संभाली थी भारतीय पारी
सूर्यकुमार और हार्दिक ने पांचवें विकेट के लिए 6.1 ओवर में 60 रन की साझेदारी की। सूर्यकुमार यादव ने 27 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। सूर्यकुमार यादव को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। हालांकि, टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर का मानना है कि मैच का टर्निंग पॉइंट ऋषभ पंत की 20 रन की पारी थी। वहीं, पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर नवजोत सिंह सिद्धू का कहना है कि टी20 फॉर्मेट में सूर्यकुमार यादव की हुकूमत चल रही है।
ऋषभ पंत की पारी ने सेट किया टोन: अंबाती रायुडू
भारत बनाम अफगानिस्तान मैच के बाद अंबाती रायुडू ने स्टार स्पोर्ट्स (Star Sports) पर कहा, ‘मेरा मानना है कि जो मैच का टर्निंग पॉइंट था वह ऋषभ पंत की 11 गेंद में 20 रन की पारी थी। ऋषभ पंत की उसे पारी ने सुनिश्चित किया कि भारतीय टीम अपना मोमेंटम बनाए रखे।’
अंबाती रायुडू ने कहा, ‘भारत ने शुरुआत में ही विकेट गंवा दिया था, लेकिन ऋषभ पंत ने तभी यह टोन सेट की और उसने बताया कि विकेट गिरने का हमारे रन रेट पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। ऋषभ पंत की पारी का ही फर्क पड़ा कि बाद में आने वाले बल्लेबाजों पर दबाव नहीं पड़ा।’
हालांकि, नवजोत सिंह सिद्धू ने एक शॉट का उदाहरण देते हुए कहा, ‘बहुत सी फुलटॉस ऐसी जाती हैं, जिनमें बैट्समैन को समझ नहीं आता कि मारना कहां है। देखिए मैं कम्प्यूटर की बात करता हूं। मन में पूरी तरह से फीड किया हुआ था कि मारना किधर है। देखिए कहां से खींच कर मारा है।’
हिमाकत भी, नजाकत भी…: सिद्धू ने सूर्या की तारीफ में पढ़े कसीदे
सिद्धू ने कहा, ‘स्टम्प के करीब-करीब डेढ़ फुट बाहर है गेंद। वहां से मारा है और बिल्कुल कोई हिला नहीं। हिलना मत…। यह है वह कम्प्यूटर, जिसकी मैं बात करता हूं। मोहतरमा खुश, सरदार खुश। बॉस हिमाकत भी है। नजाकत भी है… और कई बार वह बुली वाला जोर भी है। इनकी हुकूमत चल रही है।’
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, ‘इसे कहते हैं हुकूमत। यह जो स्ट्रोक है यह हुकूमत है। ऑफ साइड पर पूरी फील्ड पैक की हुई है। ऑफ साइड के बाहर वाइड गेंद डाली है। मैं हूं ना कहकर… वहां से घसीटकर ऑन साइड में ले जाकर चौका मारा है। भईया यह करते हुए तो हमें विवियन रिचर्ड्स याद आते हैं। वाकई… वाकई…।’