टी20 वर्ल्ड कप 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ जीत के बाद टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने विराट कोहली के साथ बातचीत में कहा कि दोनों की पांचवें विकेट के लिए 113 रन की साझेदारी के दौरान वह पूर्व कप्तान के लिए गोली खा लेते, लेकिन उन्हें आउट नहीं होने देते। हार्दिक जब रविवार को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में क्रीज पर आए तब टीम 3 चार विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। इसके बाद कोहली के साथ उनकी साझेदारी ने मैच का मोमेंटम भारत की ओर शिफ्ट किया।
160 रन का टारगेट चेज कर रही टीम इंडिया 6.1 ओवर में 31 रन पर 4 विकेट गंवा चुकी थी। पाकिस्तानी गेंदबाजों का दबदबा दिख रहा था। तब पांड्या क्रीज पर आए। उन्होंने बीसीसीआई की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कोहली से बताया कि वह बल्लेबाजी के लिए आए तो उनके दिमाग में क्या चल रहा था। वह क्या करना चाह रहे थे।
गोली खा लेता, लेकिन आपको आउट नहीं होने देता
इसी दौरान उन्होंने कहा, मैं उस समय आपके लिए गोली खा लेता, लेकिन आपको आउट नहीं होने देता। मेरा लक्ष्य सरल था। मैं आपके लिए चीजों को आसान बनाने के लिए जो कुछ भी कर सकता था, वह करता। आपने ऐसा कई बार किया है और दबाव को संभालने में आपसे बेहतर कोई नहीं है।” विराट कोहली (नाबाद 82) ने टी 20 विश्व कप के पहले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की चार विकेट से जीत में अपनी अविश्वसनीय पारी से सुर्खियां बटोरीं।
मिस्टर कोहली के अलावा कोई भी वो दो शॉट नहीं खेल सकता था
स्टार ऑलराउंडर हार्दिक का इसमें शानदार सहयोग रहा। टीम खराब शुरुआत से उबरकर विजयी हुई। उन्होंने पांचवें विकेट के लिए 113 रन की साझेदारी में 37 गेंदों में 40 रन बनाए। हार्दिक ने हारिस रऊफ के ओवर में लगातरा दो छक्के लगाने के लिए कोहली की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “विराट कोहली ने जो वो दो शॉट खेले वह काफी महत्वपूर्ण थे। अगर आप शॉट से चूक जाते तो वे मैच में हमसे काफी आगे चल रहे थे। मैंने बहुत छक्के लगाए हैं, लेकिन वो दो छक्के वाकई खास थे। हम दोनों के लिए इसके काफ मायने थे, हम वास्तव में बहुत उत्साहित थे। मैं उनसे कहा कि मैंने इतना क्रिकेट खेला है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि मिस्टर कोहली के अलावा कोई भी वो दो शॉट खेल सकता था।”
हमने संघर्ष किया
एमसीजी की पिच पर रन बनाने में काफी दिक्कत हो रही थी। विराट को हार्दिक जैसे बल्लेबाजों को रन बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। इसके लेकर पांड्या ने कहा, “आज की सबसे अच्छी बात यह था कि हमने संघर्ष किया, लेकिन हम एक साथ थे। हम आराम से शॉट मारते हुए चले जाते तो यह इतना खास नहीं होता। यह ज्यादा खास लगता है क्योंकि हमने संघर्ष किया। हम एक-दूसरे से बात कर रहे थे कि यह कितना मुश्किल है। पाकिस्तान को भी श्रेय, उन्होंने वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की। वे शानदार थे।”
ड्रेसिंग रूम का माहौल काफी तनावपूर्ण था
पंड्या ने कहा कि जब वह बल्लेबाजी करने के लिए आए तो ड्रेसिंग रूम का माहौल काफी तनावपूर्ण था। उन्होंने कहा, ” मुझे लगा कि अपने ड्रेसिंग रूम में बहुत दबाव था, मैं इसे महसूस कर सकता था। यह एक बड़ा मैच था, लेकिन मुझे नहीं पता ऐसा क्यों हुआ लेकिन मैं मैदान पर आया तो मैं दबाव में नहीं था। मैं इस स्थिति में रहना चाहता था और मैं यहां खुश हूं। इस ग्रुप में मेरा ऐसा संबंध है कि मैं इसे हमेशा याद रखूंगा।”