भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए बुरी खबर है। देश में इस साल होने वाला क्रिकेट का बड़ा टूर्नामेंट टी20 वर्ल्ड कप को लेकर बीसीसीआई ने फैसला कर लिया है। टूर्नामेंट भारत में नहीं होगा। बोर्ड ने आईसीसी को इसकी आंतरिक सूचना दे दी है। इसके आयोजन की तैयारी अब यूएई और ओमान में शुरू हो रही है। कोविड-19 महामारी के कारण भारत इसकी मेजबानी के लिए तैयार नहीं है। टूर्नामेंट के लिए यूएई हमेशा पहला विकल्प था।

अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में शुरू होने वाले वर्ल्ड कप के लिए अबुधाबी, दुबई और शारजाह के साथ ओमान की राजधानी मस्कट को चौथे स्थल के रूप में जोड़ा गया है। आईसीसी बोर्ड में इस घटनाक्रम से अवगत बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, ‘‘हां, बीसीसीआई ने आईसीसी बोर्ड की बैठक के दौरान औपचारिक रूप से अंतिम निर्णय लेने के लिए चार सप्ताह का समय मांगा है, लेकिन आंतरिक रूप से उन्होंने कहा है कि वे मेजबानी के अधिकार रखना चाहेंगे और टूर्नामेंट के संयुक्त अरब अमीरात तथा ओमान में आयोजन पर कोई आपत्ति नहीं होगी।’’

उन्होंने कहा कि 16-टीम की प्रतियोगिता के प्रारंभिक दौर के मैचों के लिए मस्कट को विशेष रूप से मेजबान के तौर पर रखा गया है। इससे आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) के 31 मैचों की मेजबानी करने वाले यूएई के तीन मैदानों को तरोताजा होने के लिए पर्याप्त समय मिल सकेगा। उन्होंने कहा, ‘‘अगर आईपीएल 10 अक्टूबर तक खत्म हो जाता है तो यूएई में टी20 विश्व कप के मैचों को नवंबर में शुरू किया जा सकता है। इससे वैश्विक प्रतियोगिता के लिए पिचों को तैयार करने के लिए तीन सप्ताह का समय मिलेगा। इसबीच, पहले सप्ताह के मुकाबले ओमान में खेले जा सकते है।’’

आईसीसी बोर्ड के अधिकांश सदस्यों का मानना ​​​​है कि भारत समय काटने की कोशिश कर रहा है क्योंकि अक्टूबर-नवंबर में परिस्थितियां कैसी होगी इसका अंदाजा लगाना काफी मुश्किल है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप व्यावहारिक रूप से इसके बारे में सोचते हैं तो भारत अब कोविड-19 संक्रमण के 1,20,000 से अधिक मामलों रोजाना आ रहे हैं जो कि अप्रैल के अंत और इस महीने की शुरुआत में आने वाले मामलों के मुकाबले में एक तिहाई के करीब है।’’

इस अनुभवी अधिकारी ने कहा, ‘‘आप 28 जून को टी20 विश्व कप की मेजबानी के लिए कैसे हां कह सकते है, अगर तीसरी लहर आती है तो आप अक्टूबर के बारे में अभी से स्वास्थ्य स्थिति के बारे में कैसे सोच सकते है।’’ इस मामले में दूसरा सवाल यह है कि अगर बीसीसीआई भारत में सितंबर में आठ टीमों के आईपीएल को फिर से शुरू करने में झिझक रहा ह , तो वह एक महीने के भीतर देश में 16 टीमों की मेजबानी कैसे कर सकता है।
(​समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)