आखिरकार महेंद्र सिंह धोनी के गृहनगर रांची में 19 नवंबर को होने वाले भारत-न्यूजीलैंड के टी-20 मैच से संकट टल गया। आईएएस अफसर की शादी के कारण इस मुकाबले के आयोजन पर पेंच फंस गया था।
दरअसल, भारत और न्यूजीलैंड की टीमों को झारखंड की राजधानी रांची स्थित जिस होटल में ठहरना था, वहां शादी में आने वाले मेहमानों के लिए पहले से कमरे बुक थे। पहले आईएएस अफसर ने बुकिंग छोड़ने से इनकार कर दिया था। बाद में सरकार के दखल देने पर वह आईएएस अफसर बुकिंग रद्द करने को राजी हुए।
इसके बाद पक्का हो गया कि रांची में दो साल बाद होने वाला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच शादी की वजह से नहीं टलेगा। कोरोना के बायो बबल के सख्त नियमों के कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) किसी दूसरे होटल में खिलाड़ियों को ठहराने के लिए तैयार नहीं था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिहार कैडर के आईएएस अफसर ने 19 और 20 नवंबर के लिए होटल में 40-45 कमरे की बुकिंग कराई थी। भारत-न्यूजीलैंड के बीच मैच भी 19 नवंबर को ही होना था। ऐसे में मामला अटक गया। बीसीसीआई अपने मानक के हिसाब से दूसरे होटल में खिलाड़ियों को शिफ्ट करने के लिए तैयार नहीं था। वहीं, आईएएस अधिकारी भी बुकिंग रद्द करने के लिए तैयार नहीं थे।
बात इतनी बढ़ गई कि बीसीसीआई ने मैच को दूसरी जगह शिफ्ट करने की धमकी दे डाली। मामला बिगड़ता देख सरकार ने हस्तक्षेप किया तब जाकर आईएसएस अफसर माने। सरकार की गुजारिश के बाद आईएस अफसर अपने मेहमानों को दूसरी जगह शिफ्ट करने पर राजी हुए। दोनों टीमों के प्लेयर्स और सपोर्ट स्टाफ के लिए 75 कमरों की आवश्यकता थी।
नए घटनाक्रम के बाद झारखंड राज्य क्रिकेट संघ के सचिव संजय सहाय ने बताया कि मैच की तैयारी चल रही है। बीसीसीआई की टीम तैयारी के साथ-साथ सुरक्षा और होटल व्यवस्था का जायजा लेने के लिए 14 अक्टूबर को रांची आएगी। होटल के मैनेजर ने बताया कि जीएससीए की ओर से 75 कमरे की मांग की गई है। इनकी व्यवस्था लगभग पूरी कर ली गई है।
VIDEO: 3 दिन में ही बदल गया MS DHONI का लुक, चहल बोले- थाला वन मोर टाइम
2008 में रद्द करना पड़ा था मुकाबला
अविभाजित बिहार से राज्य गठन के बाद से अब तक केवल एक बार (23 नवंबर 2008) ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच स्थगित किया गया है। तब मैच के लिए टाटा में स्टेडियम नहीं मिल पाया था। इस कारण अंतिम समय में आयोजन स्थल बदल कर बेंगलुरु करना पड़ा था।
बीसीसीआइ ने उसे शर्मनाक बताया था। उसके बाद से कीनन स्टेडियम को अंतराष्ट्रीय मैच देना बंद कर दिया गया था। जेएससीए ने भी इसे प्रतिष्ठा का विषय मानते हुए रांची में अपना स्टेडियम तैयार किया। स्टेडियम तैयार होने के बाद ही बीसीसीआइ ने राज्य में अंतरराष्ट्रीय मैच आयोजित कराया था।