पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने एक बार फिस से कश्मीर का राग अलापा है। उनके मुताबिक कश्मीर को समझने के लिए किसी धार्मिक विश्वास की जरुरत नहीं। अफरीदी इससे पहले कई बार कश्मीर मुद्दे को उठाते रहे हैं। हर बार उन्हें भारतीय लोगों द्वारा करारा जवाब दिया गया है। कश्मीर पर उनके ताजा ट्वीट पर लोगों ने गुस्सा जाहिर किया है। पूर्व पाकिस्तानी कप्तान के यह ट्वीट भारतीय क्रिकेट फैंस को बिल्कुल भी पसंद नहीं आया।
अफरीदी ने ट्वीट कर लिखा, ‘‘कश्मीरी लोगों की मुश्किलें समझने के लिए किसी धार्मिक विश्वास की जरूरत नहीं है। सही दिल के साथ सही जगह इसे समझा जा सकता है। कश्मीर को बचाएं।’’ जैसे ही पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने यह ट्वीट किया, लोगों ने उन्हें ट्रोल कर दिया। एक फैंस ने लिखा- इंडिया से दान नहीं मिला तो कश्मीर पर भौंकने लगे। अफरीदी ने हाल ही में लोगों से उनके फाउंडेशन के लिए दान करने की अपील की थी।
It does not take a religious belief to feel the agony of Kashmiris..just a right heart at the right place. #SaveKashmir
— Shahid Afridi (@SAfridiOfficial) May 15, 2020
अफरीदी को जवाब देते हुए एक अन्य फैन ने लिखा, ‘‘बलूचिस्तानी लोगों की मुश्किलें समझने के लिए किसी धार्मिक विश्वास की जरूरत नहीं है, सही दिल के साथ सही जगह इसे समझा जा सकता है। बलूचिस्तान को बचाएं।’’ एक अन्य यूजर ने लिखा- पाकिस्तान संभाला नहीं जाता, बलूचिस्तान, गिलगित, कश्मीर चाहिए। सपने देख। सब हाथ से जाएगा। संभल जाओ।’’
donation nahi Mila india se , to started barking on kashmir
— A. (@Deludedindian) May 15, 2020
पाकिस्तान संभाला नहीं जाता, बलूचिस्तान, गिलगित ,कश्मीर चाहिए । सपने देख । सब हाथ से जायेगा । संभल जाओ ।
— Chowkidar Raja Ram Verma (@RRV1501) May 15, 2020
It does not take a religious belief to feel the agony of Balochis..just a right heart at the right place. #SaveBalochistan
— ال ہند (@BeingAlHind) May 15, 2020
इससे पहले अफरीदी उनके साथी खिलाड़ी दानिश कनेरिया ने सनसनीखेज आरोप लगाए थे। कनेरिया ने अफरीदी पर आरोप लगाया है कि पूर्व कप्तान ने उनके खिलाफ साजिश रची। इतना ही नहीं वनडे क्रिकेट से बाहर करवाने में भी उनका ही हाथ है। अफरीदी पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए, पूर्व पाकिस्तानी स्पिनर ने ऑलराउंडर के साथ अपने खेल के दिनों को याद किया और कहा कि वे जानबूझकर उन्हें टीम से बाहर रखते थे।