रोहित शर्मा की गिनती मौजूदा समय के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में की जाती है। उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई इंडियंस के कप्तान के रूप में भी बहुत सफलता हासिल की है। सोमवार को रविचंद्रन अश्विन के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट में रोहित ने 2013 में फ्रेंचाइजी की कमान मिलने के बारे में खुलासा किया।
मुंबई इंडियंस इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की सबसे सफल फ्रैंचाइजी है। उसने पिछले 12 सीजन में अब तक चार आईपीएल ट्रॉफियां जीती हैं। दिलचस्प यह है कि, उन्होंने वे सभी ट्रॉफियां (2013, 2015, 2017 और 2019) रोहित शर्मा की कप्तानी में जीती हैं। सचिन तेंदुलकर, हरभजन सिंह और रिकी पोंटिंग की पसंद भी मुंबई इंडियंस की अगुआई कर चुके हैं, लेकिन लेकिन टीम को कभी चैंपियन नहीं बना पाए।
रोहित शर्मा ने अश्विन से बातचीत के दौरान बताया, ‘2013 की नीलामी के बाद रिकी पोंटिंग हमारी टीम में शामिल हुए। 2012 में, सचिन पाजी ने मुंबई इंडियंस की कमान संभालने से इनकार दिया। इसके बाद भज्जू पा (हरभजन) को कप्तान बनाया गया। हालांकि, मुझे नहीं पता कि 2013 में भज्जू पा क्यों कप्तान नहीं रहे। तब मुझे लगा था कि मैं कप्तान बनूंगा, लेकिन तब पोंटिंग को नीलामी में खरीदा गया।’
रोहित के मुताबिक, ‘पोंटिंग टीम के हर खिलाड़ी की मानसिकता को समझना चाहते थे, इसलिए उन्होंने बॉन्डिंग सेशन भी आयोजित किया।’ रोहित पोंटिंग की मैन-मैनेजमेंट स्किल से काफी प्रभावित हुए थे। रोहित ने बताया कि पोंटिंग अपने साथी खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाने में महारत रखते थे। पोंटिंग की कप्तानी में टीम को 4×4 के ग्रुप में बांटा गया। इसमें रोहित और पोंटिंग के साथ दो युवा घरेलू क्रिकेटर थे।
रोहित ने कहा, ‘लेकिन तब वह (रिकी पोंटिंग) रन नहीं बना रहे थे। उन्होंने कप्तान के रूप में पद छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने मुंबई इंडियंस के लिए 6 मैचों में सिर्फ 52 रन बनाए थे। तब दिनेश कार्तिक को भी कप्तान बनाने की चर्चाएं चल रही थीं। हालांकि, पोंटिंग ने मुझे बुलाया और कहा कि तुम्हें कप्तानी सौंपी गई है। दरअसल, पोंटिंग 2013 के सीजन में खिलाड़ी-सह-कोच थे। उन्होंने हमेशा मेरी मदद की।’