मुंबई के ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर ने शुक्रवार (24 जनवरी) को मुंबई के बीकेसी ग्राउंड पर जम्मू-कश्मीर के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान अपना दूसरा प्रथम श्रेणी शतक जड़ा। शार्दुल ठाकुर ने मुंबई के लिए दोनों पारियों में मैच बचाने वाली पारी खेलकर भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ताओं और आईपीएल फ्रेंचाइजियों को बहुत कुछ सोचने पर मजबूर कर दिया है। भारतीय टीम से बाहर होने के बाद उन्हें पिछले साल दिसंबर में आईपीएल ऑक्शन के दौरान किसी ने नहीं खरीदा।

जम्मू-कश्मीर के खिलाफ मुंबई की दूसरी पारी में कप्तान अजिंक्य रहाणे, भारत के कप्तान रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल और श्रेयस अय्यर जैसे दिग्गज बल्लेबाजों के फेल होने के बाद शार्दुल ने संकटमोचक पारी खेली। वह उस समय बल्लेबाजी करने आए जब मुंबई ने 91 रन पर 6 विकेट गंवा दिए थे। जम्मू-कश्मीर से वह सिर्फ 5 रन से आगे थी। ‘लॉर्ड’ शार्दुल के नाम से मशहूर इस खिलाड़ी ने सिर्फ 105 गेंदों में 15 चौकों की मदद से शतक जड़ा। जब उन्होंने शतक पूरा किया तो मुंबई का स्कोर 250/7 था और बढ़त 164 रनों की हो गई थी।

पहली पारी में शार्दुल ठाकुर ने अर्धशतक जड़ा

इससे पहले मुंबई की पहली पारी में शार्दुल ठाकुर ने अर्धशतक जड़ा था। ठाकुर 16वें ओवर में बल्लेबाजी करने आए थे। तब मुंबई का स्कोर 6 विकेट पर 42 रन था। श्रेयस अय्यर जल्द ही आउट हो गए। शार्दुल ने 57 गेंदों पर 51 रन बनाए। इससे मुंबई की 120 रन तक पहुंच पाई। कुछ महीने पहले ही आईपीएल 2025 की नीलामी में शार्दुल को किसी ने नहीं खरीद था। 2014 में टूर्नामेंट में डेब्यू करने के बाद यह पहली नीलामी थी, जिसमें उन्हें कोई टीम नहीं मिली। 2024 में वे चेन्नई सुपर किंग्स के साथ 4 करोड़ रुपये में जुड़े थे।

ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम में नहीं चुना गया

शार्दुल ठाकुर को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम में नहीं चुना गया था, जहां उन्होंने पिछली सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया था। रोहित शर्मा और गौतम गंभीर की टीम ने युवा खिलाड़ी नितीश कुमार रेड्डी को चुना, जिन्होंने बल्ले से तो अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन चौथे तेज गेंदबाज के तौर पर कुछ खास नहीं कर पाए। भारत सीरीज 1-3 से हार गया।

‘कठिन परिस्थितियों’ में प्रदर्शन करना पसंद

पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद शार्दुल ठाकुर ने कहा कि कोई भी आसान परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन कर सकता है जबकि उन्हें ‘कठिन परिस्थितियों’ में प्रदर्शन करना पसंद है, जो अधिक मायने रखती हैं। उन्होंने चयनकर्ताओं से अपील की थी कि क्वालिटी वाले खिलाड़ियों को अधिक मौके दिए जाने चाहिए। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें