एक को छोड़कर रणजी ट्रॉफी 2021-22 के क्वार्टर फाइनल की टीमों के नाम तय हो चुके हैं। कोलकाता के ईडन गार्डन स्टेडियम में 12 से 16 तक झारखंड और नगालैंड के बीच खेले जाने वाले प्री क्वार्टर फाइनल से अंतिम-8 की आखिरी टीम का नाम तय होगा। हालांकि, रणजी ट्रॉफी के अब तक हुए मुकाबलों के रिकॉर्ड्स पर नजर डालें तो सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाली टीमों की सूची मे क्वार्टर फाइनल में पहुंची सिर्फ एक टीम शामिल है।
इस मामले में बिहार की टीम शीर्ष पर है। यह नहीं, सबसे बड़ी पार्टनरशिप के मामले में भी बिहार ही पहले नंबर पर है। हालांकि, बिहार की क्वार्टर फाइनल की रेस से पहले ही बाहर हो चुकी है। रणजी ट्रॉफी 2021-22 में ग्रुप स्टेज में 57 मैच खेले गए। इस दौरान एक मैच में हाइएस्ट टोटल (सर्वाधिक स्कोर) का रिकॉर्ड बिहार ने बनाया।
बिहार ने 17 फरवरी 2022 को मिजोरम के खिलाफ मैच में 159.4 ओवर में 5 विकेट पर 686 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की थी। टूर्नामेंट के इस सीजन यह अब तक किसी टीम का सर्वाधिक स्कोर है। दूसरे नंबर पर सिक्किम की टीम है। सिक्किम ने 24 फरवरी 2022 को बिहार के खिलाफ मैच में 168 ओवर में 8 विकेट पर 673 रन बनाकर पारी घोषित की थी। खास यह है कि ये दोनों ही मैच कोलकाता के ईडन गार्डन पर खेले गए थे।
मध्य प्रदेश तीसरे, विदर्भ चौथे और हरियाणा पांचवें नंबर पर हैं। मध्यप्रदेश ने 3 मार्च 2022 को केरल के खिलाफ मैच में 204.3 ओवर में 9 विकेट पर 585 रन बनाकर पारी घोषित की थी। विदर्भ ने 24 फरवरी 2022 को महाराष्ट्र के खिलाफ मैच में 166 ओवर में 5 विकेट पर 570 रन बनाकर पारी घोषित की थी। हरियाणा ने 17 फरवरी 2022 को त्रिपुरा के खिलाफ मैच में 155.3 ओवर में 556 रन बनाए थे।
रणजी ट्रॉफी 2021-22 की सबसे बड़ी पार्टनरशिप की बात करें तो यह रिकॉर्ड बिहार के सकीबुल गनी और बाबुल कुमार के नाम है। सकीबुल और बाबुल ने 17 फरवरी 2022 को मिजोरम के खिलाफ मैच में चौथे विकेट के लिए 538 रन की साझेदारी की थी। इस मामले में दूसरे नंबर पर विदर्भ के गणेश सतीश और अक्षय वाडकर हैं।
गणेश सतीश और अक्षय वाडकर ने 24 फरवरी 2022 को महाराष्ट्र के खिलाफ मैच में चौथे विकेट के लिए 288 रन की साझेदारी की थी। हालांकि, इस सीजन पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी करने का रिकॉर्ड दिल्ली के यश ढुल और ध्रुव शोरे के नाम है। दोनों ने 3 मार्च 2022 को छत्तीसगढ़ के खिलाफ मैच में पहले विकेट के लिए 246 रन की साझेदारी की थी।