रणजी ट्रॉफी फाइनल 2024 में विदर्भ को हराकर अजिंक्य रहाणे की कप्तानी वाली मुंबई की टीम 42वीं बार चैंपियन बनी। उसने 8 साल का सूखा खत्म किया। इससे पहले वह 2015-16 में चैंपियन बनी थी। मुंबई की टीम 48वीं बार रणजी फाइनल में पहुंची थी। वहीं विदर्भ 3 बार फाइनल में पहुंचा था। पहली पारी में 105 रन पर आउट होने के बाद विदर्भ ने दूसरी पारी में जबरदस्त लड़ाई दिखाई।
538 रन के टारगेट के जवाब में विदर्भ ने कप्तान अक्षय वाडेकर के शतक के अलावा करुण नायर और हर्ष दुबे के अर्धशतक की मदद से मैच को रोमांच बना दिया था। मैच के 5वें दिन गुरुवार (14 मार्च) को पहले सेशन में अक्षय वाडेकर और हर्ष दुबे ने शानदार बल्लेबाजी की। एक भी विकेट नहीं गिरने दिया। इसे देखकर ऐसा लगा मानो मैच किसी भी ओर जा सकता है।
धवल कुलकर्णी ने विकेट के साथ खत्म किया करियर
लंच के बाद अक्षय वाडेकर ने शतक पूरा किया। फिर उनका विकेट गिरा और फिर विदर्भ के बल्लेबाजों ने लाइन लगा दी। मुंबई के लिए आखिरी विकेट धवल कुलकर्णी ने लिया। यह उनका फर्स्ट क्लास क्रिकेट में आखिरी मैच था। इस तरह उन्होंने अपना क्रिकेट करियर विकेट के साथ खत्म किया। उन्होंने उमेश यादव को बोल्ड किया।
विदर्भ ने 15 रन के अंदर 5 विकेट गंवा दिए
विदर्भ को छठा झटका 353 रन पर लगा। इसके बाद टीम 368 रन पर आउट हो गई। उसने 15 रन के अंदर 5 विकेट गंवा दिए। पांचों विकेट 5 ओवर के अंदर गिर गए। मुंबई के लिए तनुष कोटियान ने सबसे ज्यादा 4 विकेट लिए। इसके अलावा तुषार देशपांडे और मुशीर खान ने 2-2 विकेट लिए। शम्स मुलानी और धवल कुलकर्णी ने 1-1 विकेट लिया।
विदर्भ की दूसरी पारी
विदर्भ की दूसरी पारी की बात करें तो ओपनर अथर्व तायडे ने 32 और ध्रुव शौर्य ने 28 रन बनाए। अमन मोखड़े 32, करुण नायर 74 और यश राठौड़ 7 रन बनाकर आउट हुए। अक्षय वाडेकर ने 102 और हर्ष दुबे ने 65 रन की पारी खेली। आदित्य सरवाते 3, यश ठाकुर और उमेश यादव 6-6 रन बनाकर आउट हुए। आदित्य ठाकरे बगैर खाता खोले नाबाद रहे।
मुंबई की बल्लेबाजी
इससे पहले मुंबई ने मुशीर खान की 136 और श्रेयस अय्यर की बेहतरीन 95 रन की पारी मदद से दूसरी पारी में 418 रन बनाए। श्रेयस की पीठ की चोट उभर आई है। वह तीसरे और चौथे दिन फील्डिंग के लिए नहीं उतरे। इसके अलावा कप्तान अजिंक्य रहाणे ने 73 और शम्स मुलानी ने 50 रन बनाए थे। मुंबई की टीम पहली पारी में 224 रन पर आउट हो गई थी, लेकिन शानदार गेंदबाजी के बदौलत विदर्भ को 105 रन पर आउट कर दिया। उसने पहली पारी में 119 रन की बढ़त हासिल की थी। विदर्भ को 538 रन का टारगेट दिया था।